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बिहार के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सुशील खोपड़े को पत्नी शोक

उच्च न्यायलय में वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में जानी जाती थी अर्चना खोपड़े

  • बड़े पुत्र चिन्मय ने दी मुखाग्नि

  • सांत्वना देने पहुंचे वरिष्ठ अधिकारी

दीपक नौरंगी

पटना: राज्य के चर्चित आईपीएस अधिकारी और महाराष्ट्र के रहने वाले सुशील खोपड़े की पत्नी अर्चना खोपड़े का निधन शुक्रवार को पटना के एक निजी नर्सिंग होम में इलाज के दौरान हो गया। खोपड़े की पत्नी अर्चना खोपड़े पटना उच्च न्यायलय की वरिष्ठ अधिवक्ता थी। उनके निधन की खबर मिलते ही चारों ओर शोक की लहर दौड़ गयी। अपने पत्नी के निधन के बाद खोपड़े परिवार के सभी सदस्य गमगीन है।

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बताया जाता है की सुशील खोपड़े की गिनती राज्य के कर्तव्यनिष्ठ और ईमानदार पदाधिकारियों में की जाती है। वे भागलपुर में आईजी के पद पर भी तैनात रहे है। इसके अलावा सुपौल और पटना, गया, औरंगाबाद ,मुजफ्फरपुर उनका कार्यक्षेत्र रहा है।

उनकी पत्नी अर्चना खोपड़े कानून की विशेष जानकार मानी जाती थी। वे लगातार कई वर्षों तक पटना उच्च न्यायालय में अधिवक्ता के रूप में कार्यरत थी। पुलिस विभाग के निगरानी के कई महत्वपूर्ण मामले भी अर्चना खोपड़ी की देखी थी जो न्यायालय के अधीन रहते थे। खोपड़े के पारिवारिक सूत्रों ने बताया की बुधवार को उनकी तबियत थोड़ी गड़बड़ हो गयी थी। पति सुशील खोपड़े ने तत्काल उन्हें पटना के सबसे महत्वपूर्ण नर्सिंग होम में इलाज के लिए भर्ती कराया। डाक्टरों की निगरानी में उनका बेहतर इलाज चल रहा था। लेकिन शुक्रवार को दोपहर बाद उन्होंने आखिरी सांसें ली।

खोपड़े की पत्नी के निधन की खबर सुनते ही राज्य के वरिष्ठ आईपीएस और आईएएस अधिकारी सहित विधि विशेषज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता उनके आवास पर पहुँच गए। क्योंकि अर्चना खोपड़े जी के व्यवहार कार्य कुशलता से बड़े-बड़े पदाधिकारी प्रभावित थे शनिवार को पटना के गंगा घाट पर उनका अंतिम संस्का किया गया।

अर्चना खोपड़े दो बच्चों की मां थी। बड़े पुत्र चिन्मय ने अग्नि दी है  उनके निधन पर विभिन्न सामाजिक -राजनितिक संगठनों से जुड़े लोगों ने गहरी संवेदना व्यक्त की है। वे अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गई है। एडीजी सुशील खोपड़े के पिता और अर्चना खोपड़े के दोनों भाइयों ने उनका कंधा दिया उनके बड़े पुत्र का नाम चिन्मय है जो एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत है और छोटे का नाम अद्वैत है। जो फिलहाल पढ़ाई कर रहा है। बताया जाता है कि पूजा पाठ का अन्य कार्यक्रम जो श्रद्धा कर्म से जुड़ा है वह उनके निजी आवास महाराष्ट्र में ही किया जाएगा।

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