तुर्की के एर्दोगन ने गाजा युद्ध पर अपील की
अंकाराः तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने इस्लामिक सहयोग संगठन से गाजा में युद्ध और यरुशलम पर इजरायल के हमलों पर चर्चा करने के लिए एक आपातकालीन शिखर सम्मेलन आयोजित करने का आग्रह किया।
गजा में हमास आतंकवादी समूह के खिलाफ युद्ध के दौरान इजरायल के मुखर आलोचक रहे एर्दोगन ने सप्ताहांत में इस्लामिक देशों से इजरायल के विस्तारवाद के खिलाफ गठबंधन बनाने का आह्वान किया।
अंकारा में कैबिनेट की बैठक के बाद बोलते हुए एर्दोगन ने कहा कि इजरायल अपने विस्तारवादी अभियान के तहत यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को निशाना बना रहा है।
उन्होंने कहा कि यरुशलम और मस्जिद – जिसे यहूदी टेंपल माउंट के नाम से जानते हैं – अंकारा की रेड लाइन है। इस्लामिक सहयोग संगठन के 57 सदस्य देश हैं और यह मुस्लिम दुनिया की सामूहिक आवाज होने का दावा करता है।
एर्दोगन ने कहा, यह अकल्पनीय है कि ओआईसी, जिसका कर्तव्य यरूशलेम के मुद्दे का ध्यान रखना है, इन हमलों के प्रति उदासीन रहे। यह जरूरी है कि संगठन बिना समय गंवाए नेतृत्व स्तर पर बैठक करे।
उन्होंने कहा कि तुर्की पिछले सप्ताह वेस्ट बैंक में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान इजरायल द्वारा तुर्की-अमेरिकी महिला आयसेनुर एज़गी एयगी की हत्या के मामले में हेग में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में आवेदन करेगा।
एर्दोगन ने कहा, हम उसके खून को जमीन पर न रहने देने के लिए हर कानूनी कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा, नरसंहार करने वाले इजरायली नेतृत्व को उसके द्वारा किए गए अपराधों के लिए पूरी तरह से जवाबदेह ठहराया जाएगा।
तुर्की के राष्ट्रपति का यह बयान ऐसे वक्त पर आया है जब कई पक्षकार युद्धविराम की शर्तों पर नये संशोधन की तैयारियों में जुटे हैं और दोनों संबंधित पक्षों से निरंतर संपर्क में है।
यह भी अजीब बात है कि इस चर्चा के जारी रहने के बीच भी इजरायल लगातार हमला कर रहा है। इन हमलों के बारे में लगातार परस्पर विरोधी दावे किये जाते हैं। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से निर्दोष नागरिकों को मारे जाने की बात कही जाती है जबकि इजरायली सेना नागरिकों के बीच छिपे हमास आतंकवादियों को निशाना बनाने का दावा कर रहे हैं।