30 करोड़ के ड्रग्स जब्त, तीन तस्कर गिरफ्तार
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तेजस्वी ने हिमंता को योगी का चाईनिज वर्सन कहा
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आपराधिक गिरोह की छान बीन अभी जारी है
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वाहन जांच में नशे की गोलियां बरामद हुई
भूपेन गोस्वामी
गुवाहाटी : असम पुलिस ने आज 2 सितंबर को सोनारी में नियमित जांच के दौरान आग्नेयास्त्र और अन्य संदिग्ध वस्तुएं जब्त कीं और जब्ती के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान अब्दुल सत्तार और निरंजन बुरागोहेन के रूप में हुई है।
सूचना पर कार्रवाई करते हुए, कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने दोनों को रोका और उनके पास से एक पिस्तौल, जिंदा गोला-बारूद, दो वाहन और चार मोबाइल फोन बरामद किए। त्वरित और प्रभावी कार्रवाई के परिणामस्वरूप ये वस्तुएं जब्त की गईं, जिससे क्षेत्र में संभावित गैरकानूनी गतिविधियों को लेकर चिंता बढ़ गई है।
दोनों युवकों को फिलहाल सोनारी पुलिस स्टेशन में रखा गया है, जहां किसी आपराधिक नेटवर्क में उनकी संलिप्तता की सीमा निर्धारित करने के लिए आगे की जांच चल रही है।दूसरा आज 2 सितंबर को असम के कछार जिले में एक बड़ी नशीले पदार्थ की खेप में करीब 30 करोड़ रुपये की याबा गोलियां जब्त की गईं और तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया।
अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। करीमगंज के पुलिस अधीक्षक पार्थ प्रोतिम दास के अनुसार, नशीले पदार्थों के बारे में विशेष सूचना मिलने के बाद रविवार रात को बदरपुर पुलिस थाने के अंतर्गत जलालपुर इलाके में नशीले पदार्थों के खिलाफ अभियान चलाया गया।
उन्होंने कहा, एक वाहन को रोका गया और वाहन के एक गुप्त कक्ष से 1,00,000 याबा गोलियां बरामद की गईं। यह मिजोरम से आ रही थीं।” दास ने बताया कि पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जो कछार के कटिगोराह पुलिस थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि बाजार मूल्य के अनुसार, जब्त की गई नशीले पदार्थ की कीमत करीब 30 करोड़ रुपये आंकी गई है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक्स पर एक पोस्ट में राज्य को नशा मुक्त बनाने में असम पुलिस के प्रयासों की सराहना की।
दूसरी ओर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव के बीच टकराव ने नया मोड़ ले लिया है। असम सरकार ने जुम्मा की नमाज के लिए विधानसभा सत्र को दो घंटे के लिए स्थगित करने की परंपरा को खत्म करने का फैसला किया है।
तेजस्वी यादव ने उन्हें योगी का चीनी संस्करण बताया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त शासन की तुलना की है। यादव ने तीखी आलोचना करते हुए सरमा पर मुस्लिम समुदाय को लगातार निशाना बनाकर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का आरोप लगाया।