संदेशखाली कांड पर खुद शिकायतकर्ता ने दिया उल्टा बयान
राष्ट्रीय खबर
कोलकाताः हाल ही में एक स्टिंग वीडियो सामने आया। स्टिंग वीडियो में स्थानीय भाजपा नेता गंगाधर कयाल को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि संदेशखाली के बलात्कार के आरोप मनगढंत थे। उन्होंने दावा किया कि पूरा मामला राज्य के विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी की योजना के मुताबिक किया गया है।
उन्होंने वीडियो में यह भी दावा किया कि ये सारी घटनाएं पैसे और शराब के बदले में की गईं। घटना के तुरंत बाद एक और वीडियो जारी किया गया। जिसमें रेप की शिकायत करने वाली मीता मैती नाम की महिला को विस्फोटक मांग करते हुए सुना गया। महिला ने दावा किया, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा संदेशखाली घटना को लेकर तनाव के माहौल में गांव आईं। सास-ससुर को बुलाओ। उनके सामने एक सफेद कागज पर हस्ताक्षर किये गये। इसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
ठीक सात दिन बाद, दोनों को पता चला कि एक श्वेत पत्र पर उनके हस्ताक्षर के आधार पर बलात्कार की शिकायत दर्ज की गई थी। वे खाना बनाते थे लेकिन पैसा नहीं मिला। महिला का दावा है कि उसने यह शिकायत रेखादेवी के सामने की है। महिला ने दावा किया कि उसे पता था कि यह पंजीकृत हो चुका है।
हमें नहीं पता था कि सफेद कागज पर हस्ताक्षर करने के बाद क्या हो सकता है। अब हालत यह है कि पड़ोसी हमसे ठीक से बात नहीं कर रहे हैं। मैं व्यावहारिक रूप से अकेला हो गया हूं। संदेशखाली में माताओं-बहनों को गुमराह कर महिलाओं की इज्जत बेची गयी है। मैं इस तरह की राजनीति के बारे में सोच भी नहीं सकता। राजनीतिक लाभ के लिए महिलाओं का सम्मान बेचना। उक्त महिला ने कहा कि वह थाने में दी गयी लिखित शिकायत वापस ले लेगी।
उन्होंने कहा, उन्होंने (भाजपा ने) देश की जनता को महिलाओं की इज्जत बेच दी है। न्याय होना चाहिए। उस महिला ने भाजपा नेता पियाली दास को तुरंत कड़ी सजा देने की मांग की। जानकार सूत्रों के मुताबिक एक के बाद एक वीडियो सामने आने से यह कहना गलत नहीं होगा कि संदेशखाली मुद्दे पर भगवा खेमा काफी दबाव में है।