सीबीआई ने अनेक उपकरण भी जब्त किये
राष्ट्रीय खबर
कोलकाताः सरकारी बैंकों के 41000 खातों में 820 करोड़ का संदिग्ध लेनदेन! सात शहरों में सीबीआई की छापेमारी हुई है। यूको बैंक के 41 हजार बैंक खातों में आईएमपीएस प्रक्रिया के जरिए 820 करोड़ रुपये के संदिग्ध लेनदेन की सूचना मिली है। उस लेनदेन को लेकर सीबीआई ने राजस्थान और महाराष्ट्र के सात शहरों में 67 जगहों पर तलाशी शुरू कर दी है।
करोड़ों रुपये के इस लेन-देन का खुलासा होते ही हंगामा मच गया। हालांकि, सरकारी बैंक अधिकारियों का दावा है कि कुछ निजी बैंकों के खातों से उनके हजारों ग्राहकों के खातों में गलती से पैसा ट्रांसफर कर दिया गया है। हालांकि, बैंक अधिकारियों के दावे कितने सच हैं, इसकी जांच सीबीआई ने शुरू कर दी है। बैंक अधिकारियों ने दावा किया कि पिछले साल 10 से 13 नवंबर के बीच सात निजी बैंकों के 14,600 खातों से आईएमपीएस प्रक्रिया के जरिए गलती से उनके बैंकों के 41,000 खातों में पैसा ट्रांसफर कर दिया गया था।
इस संदिग्ध लेनदेन को देखने के बाद सीबीआई ने 21 नवंबर को मामला दर्ज किया। केंद्रीय जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, सरकारी बैंक ने जिन सात निजी बैंकों का जिक्र किया है, उनमें रुपये का लेन-देन हुआ है। सीबीआई ने एक बयान में कहा कि पैसा आया है, उन ग्राहकों ने बिना समय बर्बाद किए जल्दी से पैसा निकाल लिया है।
पिछले साल दिसंबर में कोलकाता और मंगलुरु में तलाशी ली गई थी। इस बार सीबीआई राजस्थान के जोधपुर, जयपुर, जालौर, नागौर, बाड़मेर, फालोरी और महाराष्ट्र के पुणे में तलाशी ले रही है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस बात पर गौर किया है कि यह वित्तीय लेनदेन कहां और कैसे हुआ, क्या सरकारी बैंक का इस लेनदेन से कोई लेना-देना है या नहीं।
सीबीआई के प्रवक्ता ने कहा, यूको बैंक और आईडीएफसी बैंक से संबंधित लगभग 130 आपत्तिजनक दस्तावेज, साथ ही 43 डिजिटल उपकरण बरामद किए गए। डिजिटल उपकरणों में 40 मोबाइल फोन, 2 हार्ड डिस्क और 1 इंटरनेट डोंगल शामिल हैं। इन चीजों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। साथ ही 30 संदिग्धों की पहचान की गई है। उनसे पूछताछ की जा रही है।
दरअसल, आज की तलाशी इस मामले में दूसरे दौर की तलाश है। दिसंबर 2023 में, सीबीआई ने कोलकाता और मैंगलोर में 13 स्थानों पर तलाशी ली, जिसमें यूको बैंक के कई व्यक्ति और अधिकारी शामिल थे। यूको बैंक की शिकायत के आधार पर नवंबर 2023 के अंत में मामला दर्ज किया गया था।