चार हजार लोगों को शहर से हटाया गया
रिक्जाविकः आइसलैंड का ज्वालामुखी फिर से फट गया। लावा विस्फोट के बाद, पिघली हुई चट्टान और धातु के सर्वव्यापी प्रवाह ने आसपास के क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया। कई घर जला दिये गये। सड़क पर दरारें आ गईं। निवासियों को पहले ही इलाके से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। हालांकि, अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
आइसलैंड के दक्षिण में रेकजाविक प्रायद्वीप पर स्थित ज्वालामुखी रविवार सुबह जाग उठा। लावा का बाहर निकला प्रारंभ हो गया। मशहूर मछली पकड़ने वाले शहर ग्रिंडाविक में लावा तेजी से फैलने की आशंका थी। इसलिए ज्वालामुखी विस्फोट के तुरंत बाद लावा को शहर में आने से रोकने के लिए तैयारी की गयी थी।
जब लावा शहर के करीब पहुंचा तब भी उसे दूसरी दिशा में बढ़ाने की भरसक कोशिश की गयी। खतरा ना हो इसलिए निवासियों को जल्दी से बाहर निकाला गया। इसके बाद लावा प्रवाह ने विकराल रूप धारण कर लिया। उसे अंदर आने से रोकने के लिए बनाये गये बांध को तोड़कर लावा ने धीरे-धीरे शहर में प्रवेश करना शुरू कर दिया।
जिससे शहर की मुख्य सड़क दो भागों में बंट गयी है। अब लावा की चपेट में आये कई मकान जल रहे हैं। इस संबंध में आइसलैंड के राष्ट्रपति गुडनी जोहानसन ने सभी से आग्रह करते हुए कहा, सभी को मिलकर इस स्थिति का सामना करना चाहिए। सभी को कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा होना चाहिए। जो लोग प्रभावित हैं, बेघर हैं, उन्हें मदद दी जानी चाहिए।
उन्होंने आगे कहा, स्थिति थोड़ी शांत होने की उम्मीद है। लेकिन किसी भी समय कुछ भी हो सकता है। गौरतलब है कि इस ज्वालामुखी से पिछले साल 18 दिसंबर को लावा फूटा था। एक महीने में यह दूसरा विस्फोट है। उस समय, प्रशासन द्वारा ग्रिंडाविक के कम से कम 4000 निवासियों को निकाला गया था।
इस बार भी बड़ी संख्या में लोगों को दूसरी जगहों पर शिफ्ट किया गया है। राष्ट्रपति गुडनी एक्स हैंडल ने कहा कि निवासियों को कल रात भर निकाला गया। जानमाल के नुकसान का कोई ख़तरा नहीं है। लेकिन पर्यावरणविदों के मुताबिक इस समय वहां स्थिति बेहद चिंताजनक है। कभी भी कोई बड़ा खतरा हो सकता है।