बाबा नगरी से एक और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपराह्न 2.15 बजे अपने संसदीय क्षेत्र उत्तर प्रदेश के वाराणसी जंक्शन के(कैंट) से आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित वाराणसी-नयी दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया।
गौरतलब है कि तीर्थ नगरी वाराणसी से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बीच चलने वाली यह दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है। इसके साथ ही देश के विभिन्न रेल मार्गों पर चलने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेनों की संख्या 35 हो हो गयी है। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर रेल दावा अधिकरण के नवनिर्मित भवन को उद्घाटन किया।
साथ ही साथ ही वे जौनपुर से जौनपुर सिटी के मध्य रेलवे कॉर्ड का भी लोकार्पण किया। वन्देभारत ट्रेन का निर्माण चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में तैयार किया जाता है और इस एक ट्रेन बनाने में रेलवे को लगभग 100 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ते हैं।
काशी समेत समूचे देश के विकास के प्रति भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वह अपने तीसरे कार्यकाल में भारत को दुनिया की तीसरी आर्थिक महाशक्ति बनाने में सफल होंगे।
वाराणसी में 19 हजार करोड़ की परियोजनाओं के शिलान्यास करने के बाद अपने संबोधन में श्री मोदी ने कहा अब से कुछ महीने बाद ही देश भर में चुनाव है और मोदी ने देश को गारंटी दी है कि वो अपनी तीसरी पारी में भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी ताकत बनाकर रहेगा।
ये गारंटी अगर मैं देश को दे रहा हूं, तो इसका कारण आप सभी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा हमारा प्रयास है कि भारत सरकार ने गरीब कल्याण की, जन-कल्याण की जो भी योजनाएं बनाई हैं, उनसे कोई भी लाभार्थी वंचित न रहे। इसलिए मोदी की गारंटी वाली गाड़ी एकदम सुपरहिट हो गई है।
जिन्हें योजनाओं का लाभ मिला है, उन्हें ये विश्वास हुआ है कि उनका जीवन अब और बेहतर होगा। श्री मोदी ने कहा विकसित भारत संकल्प यात्रा एक चलता फिरता विश्वविद्यालय है। इन दो दिनों में मैंने बहुत सीखा। आज की परियोजनाओं से काशी के विकास को गति मिलोगी।
मैंने लाल किले से कहा था। हमें कम से कम 15 शहरों में घूमना चाहिए। मुझे खुशी है जो पहले विदेश घूमने जाते थे वो आज अपना देश घूम रहे हैं। पर्यटन बढ़ता है तो विकास बढ़ता है। पर्यटन बढ़ने से काशी के लोगों की आय बढ़ गई है। इसके लिए सरकार लगातार काम कर रही है। पर्यटन मानचित्र में काशी के महत्व को बताते हुये उन्होने कहा कि जो बाहर से आता है उसे कैसे पता होगा कि ये मलाईयो का मौसम है।