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विपक्ष के 33 सदस्य लोकसभा से निलंबित

सुरक्षा के मुद्दे पर विरोधी दल चुप बैठने को तैयार नहीं

 

  • पहले भी निलंबित हुए थे 14 सांसद

  • निलंबितों में अनेक बड़े नेता शामिल

  • राज्यसभा में भी इस बात पर हंगामा


नयी दिल्ली: लोकसभा में सुरक्षा के मुद्दे पर सदन में भारी हंगामा करने वाले विपक्ष के 33 सांसदों को शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया और कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। चार बार के स्थगन के बाद तीन बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्य हंगामा करने लगे।

पीठासीन अधिकारी राजेंद्र अग्रवाल ने हंगामा कर रहे कांग्रेस समेत विपक्षी सदस्यों का नाम लिया। उसके बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सदन ने अवमानना का गंभीर संज्ञान लिया है। उन्होंने विपक्ष के 33 का नाम पुकारा और सभी सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया।

निलंबित किए गए सदस्यों में कल्याण बनर्जी, ए राजा, दयानिधि मारन, डॉक्टर के जयकुमार, अपरूपा पोद्दार, प्रसून बनर्जी, ईटी मोहम्मद बशीर, जी शेलवम, सी एन अन्नादुराई, अधीर रंजन चौधरी, डॉक्टर टी सुमती, के नवास कÞानी, के वीरास्वामी, एन के प्रेमचन्द्रन, प्रो सौगत राय, शताब्दी राय, असीत कुमार मल, कौशलेंद्र कुमार, अंटो अंटोनी, एस एस पलानीमाणक्कम, अब्दुल खालिक, थिरुनवुकरासर, विजय वसंथ, प्रतिमा मण्डल, काकोली घोष, के मुरलीधरन, सुनील कुमार मंडल, एस रामलिंगम, के सुरेश, अमर सिंह, राजमोहन उन्नीथन, गौरव गोगोई, टी आर बालू शामिल हैं।

प्रह्लाद जोशी ने कहा कि इन सदस्यों ने बार बार आग्रह करने के बावजूद सदन में तख़्ितयाँ लेकर आये। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही कांग्रेस के डॉक्टर के जयकुमार, विजय वसंथ और अब्दुल खालिक को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट लंबित रहने तक निलंबित कर दिया गया है। यह तीनों अध्यक्ष के आसन के समीप जा नारेबाजी करते हुए तख्तियां लहराई। इससे पहले बुधवार को विपक्ष के चौदह सदस्यों को निलंबित किया गया था।

दूसरी तरफ विपक्षी सदस्यों ने संसद की सुरक्षा में चूक के मद्दे पर राज्यसभा में सोमवार लगातार तीसरे दिन हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही तीसरी बार अपराह्न चार बजे तक स्थगित कर दी गयी।

सभापति जगदीप धनखड़ ने दोबार के स्थगन और भोजनावकाश के बाद कार्यवाही शुरू करते हुये विपक्ष के भारी शोरगुल के बीच गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय को भारी शोरगुल के बीच जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन (दूसरा संशोधन) विधेयक 2023 और केंद्र शासित प्रदेश सरकार (संशोधन) विधेयक 2023 को पेश करने के लिए नाम पुकारा।

श्री राय ने हंगामे के बीच इन दोनों विधेयकों को सदन के पटल पर रखा और अल्पकालिक चर्चा के बाद इनको सदन ने ध्वनिमत से पारित कर दिया। इसके बाद सभापति ने संसद की सुरक्षा में चूक पर कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ने इस संबंध में एक समिति बनायी है जो सुरक्षा की समीक्षा कर अपनी रिपोर्ट देगी।

इस संबंध में रिपोर्ट आने पर सदन को अवगत कराया जायेगा। इस दौरान विपक्ष भारी शोरगुल करता रहा। सभापति ने इसके बाद सदन की कार्यवाही अपराह्न चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी। सुबह के स्थगन के बाद साढे ग्यारह बजे सदन की कार्यवाही शुरू की तो विपक्षी सदस्यों ने एक बार फिर शोर गुल शुरू कर दिया।

उन्होंने सदस्यों से शांत रहने और सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की। इस बीच श्री धनखड़ ने मार्क्सवादी विनय विश्वम से कहा कि आप अपने गलत आचरण से मुझे कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर कर रहे हैं। विपक्षी सदस्यों के शांत नहीं होने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी।

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