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नेत्रदान पखवाड़ा के तहत ब्लाइंड फोल्डेड रन फॉर विजन का आयोजन, देखें वीडियो

  • नेत्रदाताओं को परिवारों को किया सम्मानित

  • पांच वर्षों में नेत्र प्रत्यारोपण की संख्या बढ़ी

  • खेल गांव में हुआ यह रंगारंग कार्यक्रम आयोजित

राष्ट्रीय खबर

रांची : 14 सितंबर 2023 को 38 में राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा में ब्लाइंड फोल्डेड रन फॉर विजन का भव्य आयोजन आई डोनेशन अवेयरनेस क्लब एवं कश्यप मेमोरियल आई बैंक के संयुक्त तत्वाधान में बिरसा मुंडा एथलेटिक्स स्टेडियम, खेलगांव, रांची में किया गया। राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन, झारखंड, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और रांची के सांसद संजय सेठ ने दौड़ को रंग बिरंगे बैलूनों को आसमान में उड़ाते हुए रवाना किया। इस दौड़ में उर्सुलाइन कान्वेंट स्कूल एवं स्पोर्ट्स अकादमी के सैकड़ो छात्रों एवं शहर के कई गणमान्य लोगों ने भाग लिया।

देखें उस कार्यक्रम की झलक

इस बार का रन फॉर विज़न का आयोजन विशेष रहा क्योंकि इस बार के रन का का थीम ब्लाइंड फोल्ड था। युवा एवं बच्चें आंखों पर पट्टी बांधकर जोड़े में सैकड़ों की संख्या में दौड़े। ब्लाइंड फोल्ड रन फॉर विजन का आयोजन समाज में बहुत ही संवेदनात्मक तरीके से नेत्रदान का संदेश देता है और इस से परस्पर सहयोग की भावना भी विकसित होती है। इस आयोजन का मुख्य उदेश्य है लोगों को नेत्रदान के प्रति जागरूक करना था।

रन फॉर विजन और पेंटिंग कंपटीशन के विजेताओं को स्वास्थ्य मंत्री एवं सांसद संजय सेठ द्वारा सम्मानित किया गया। नेत्रदान जागरुकता को बढ़ावा देने के लिए आई.एम.ए झारखंड, आई.एम.ए रांची, एफ.जे.सी.सी.आई, उर्सुलाइन कान्वेंट स्कूल एवं झारखंड स्पोर्ट्स विभाग के पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया।

डॉ. भारती कश्यप, मेडिकल डायरेक्टर, कश्यप मेमोरियल आई बैंक ने कहा पिछले 21 वर्षों से हर वर्ष हम बड़े पैमाने पर नेतदान जागरूकता अभियान रन फॉर विज़न का आयोजन कर रहे हैं ब्लाइंड फोल्डेड मैराथन का आयोजन भी 2018 से कर रहे हैं।

तत्कालीन गवर्नर माननीय द्रौपदी मुर्मू जी ने भी लगातार 5 वर्षों तक इस कार्यक्रम में न केवल भाग लिया बल्कि नेत्रदान का शपथ पत्र भरके झारखंड में नेतदान को काफी बढ़ावा दिया। अब तक 806 नेत्र प्रत्यारोपण किए हैं और वर्ष 2022 से अब तक कश्यप मेमोरियल आई बैंक द्वारा झारखंड में 159 नेत्र प्रत्यारोपण किए गए जबकि झारखण्ड का लक्ष्य 2022-2023 में 150 था।

हमारे पास कॉर्निया जनित दृष्टिहीनों की लंबी सूची है और स्थानीय नेत्रदान की कमी है। इसलिए आई बैंकों में नेटवर्किंग की जरूरत है ताकि स्थानीय नेत्रदान को बढ़ावा मिल सके और मरीजों को भी सहूलियत होगी और हमारे राज्य की स्थिति नेत्र प्रत्यारोपण के क्षेत्र में अच्छी दिखेगी।

माननीय राज्यपाल ने कहा, जीते जी तो हम लोगों को सबकी मदद करनी चाहिए मगर मृत्यु उपरांत नेत्रदान से हम मरने के बाद भी किसी के अंधकार में जीवन में रोशनी ला करके उनकी मदद कर सकते हैं। उन्होंने कश्यप मेमोरियल और आई डोनेशन अवेयरनेस क्लब द्वारा किए जा रहे नेत्र प्रत्यारोपण और नेत्रदान अभियान की प्रशंसा की।

स्वास्थ्य मंत्री श्री. बन्ना गुप्ता ने कहा, हमारे राज्य में कश्यप मेमोरियल आई बैंक द्वारा 2022-23 के सुनिश्चित लक्ष्य 150 से भी ज्यादा 159 नेत्र प्रत्यारोपण किए गए हैं, लेकिन कॉर्निया डिसटीब्यूशन सिस्टम से बाहर से कॉर्निया मंगाने की वजह से हमारे राज्य की गिनती में वह नहीं दिखते हैं केवल स्थानीय नेत्रदान हमारे राज्य की गिनती में दिखते हैं।

इसलिए नेत्र बैंकों में समन्वय स्थापित करना जरूरी है ताकि स्थानीय नेत्रदान उन आई बैंकों को मिले जो बाहर से कॉर्निया मंगाते हैं इससे राज्य में नेत्रदान की स्थिति राष्ट्रीय स्तर पर अच्छी दिखेगी।

सांसद संजय सेठ ने कहा कि हमे पूरे शरीर का दान करना चाहिए, अभी कुछ दिन पहले विश्व हिंदू परिषद के एक वरिष्ठ सदस्य का निधन हुआ और उन्होंने अपना पूरा शरीर दान कर दिया। शारीर दान एक अच्छी परम्परा है।

झारखंड के अपर मुख्य सचिव अरुण सिंह ने कहा की सरकार के आई बैंक लक्ष्य के मुताबिक काम नहीं कर रहे हैं। देर रात के आई डोनेशन कॉल मे सजगता नहीं दिखा पाते हैं। वहीं गैर सरकारी आई बैंक ने 2022  _23 मे लक्ष्य 150 से भी ज्यादा 159 कार्निया प्रत्यारोपण किया है। राज्य में स्टेट ऑर्गन ट्रांसप्लांटेशन आर्गेनाइजेशन की कार्य क्षमता को बढ़ाना होगा।

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