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इंडिया वनाम एनडीए की पहली लड़ाई

  • कहीं धीमा तो कहीं तेज मतदान की शुरुआत

  • कई सीटों पर इंडिया घटकों के बीच मुकाबला

  • भाजपा प्रत्याशी से पुलिस अधीक्षक की बहस

राष्ट्रीय खबर

नईदिल्लीः उत्तरपूर्व के राज्य त्रिपुरा को छोड़कर शेष सभी राज्यों में उपचुनाव शांतिपूर्ण होने की सूचना है। झारखंड के डुमरी, केरल के पुथुपल्ली, त्रिपुरा के बॉक्सानगर और धनपुर, उत्तराखंड के बागेश्वर, उत्तर प्रदेश के घोसी और पश्चिम बंगाल के धूपगुड़ी में उपचुनाव सुबह 7 बजे शुरू हुए। वोटों की गिनती 8 सितंबर को होगी।

इस साल के अंत में प्रमुख राज्यों में होने वाले कई विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए और विपक्षी भारतीय गुट के बीच पहली आमना-सामना के रूप में देखा जा सकता है, आज छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। हिंसा और फर्जी वोटिंग के आरोपों के बीच, त्रिपुरा के धनपुर और बॉक्सनगर में क्रमशः 81.34 फीसद और 85.52 फीसद मतदान हुआ।

इस बीच, रुक-रुक कर हो रही बारिश के बावजूद, केरल के पुथुपल्ली में कुल मतदाताओं में से 50 फीसद से अधिक ने दोपहर 2 बजे तक वोट डाले। उत्तर प्रदेश के घोसी विधानसभा क्षेत्र में दोपहर 3 बजे तक 43 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया, और पश्चिम बंगाल के धूपगुड़ी में दोपहर 1 बजे तक 51 फीसद वोट पड़े।

इनमें से पांच सीटों पर मौजूदा विधायकों की मृत्यु के कारण उपचुनाव जरूरी हो गया था, जबकि दो अन्य विधायकों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इंडिया के घटक सपा का उत्तर प्रदेश के घोसी में प्रमुख समाजवादी पार्टी के पीछे, झारखंड के डुमरी में अग्रणी झामुमो के पीछे, त्रिपुरा के धनपुर और बॉक्सानगर में मजबूत सीपीआई (एम) के पीछे, और उत्तराखंड के बागेश्वर में प्रमुख कांग्रेस के पीछे एक संयुक्त मोर्चा बना रहे हैं। हालाँकि, पश्चिम बंगाल की धूपगुड़ी और केरल की पुथुपल्ली सीटों पर, इंडिया के घटकों में ही प्रतिस्पर्धा है। धूपगुड़ी में भाजपा के साथ वहां के पुलिस अधीक्षक की जोरदार बहस होने की भी सूचना सार्वजनिक हुई है।

त्रिपुरा के जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ विशाल कुमार ने कहा कि बॉक्सानगर विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदान 85।23 प्रतिशत है, जबकि धनपुर में शाम 4 बजे तक कुल मतदान 81।56 प्रतिशत दर्ज किया गया है। इस दौरान वहां कई स्थानों पर राजनीतिक दलों के समर्थकों के बीच झड़प होने की सूचना है पर प्रशासन ने इन्हें गंभीर नहीं माना है। इस बार के मतदान में मतदाताओँ की मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिली। कई स्थानों पर सुबह के समय मतदान बहुत धीमा था और शाम को अत्यधिक भीड़ मतदान केंद्रों पर आयी। दूसरी तरफ कई मतदान केंद्रों पर सुबह ही मतदाताओं की लंबी कतारें थी जबकि शाम के वक्त अपेक्षाकृत बहुत कम मतदाता कतार में खड़े थे।

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