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पटना कार्यालय पहुंची है सीबीआई की टीम
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पिछले छह सालों से लगातार फरार थी वह
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शायद कुछ लोगों के नाम लिये हैं उसने
दीपक नौरंगी
भागलपुरः बहुचर्चित सृजन घोटाले की मास्टरमाइंड बतायी गयी स्वर्गीय मनोरमा देवी की बहु रजनी प्रिया को पटना के सीबीआई अदालत में पेश किया गया। सीबीआई ने अदालत ने उसके लिए दो दिन का ट्रांजिट रिमांड हासिल किया है।
भागलपुर में 2017 में हुए करीब दो हजार करोड़ के सृजन घोटाला मामले में इस गिरफ्तारी के बाद कई किस्म की चर्चाओँ का बाजार गर्म है। रजनी प्रिया के दिए गए बयान की अमित कुमार अब इस दुनिया में नहीं है। इस पर सीबीआई पूरी तरह से विश्वास नहीं कर रही है और कई अहम बिंदु पर सीबीआई ने अपनी जांच शुरू कर दी है। खगड़िया के एक चर्चित सफेदपोश का नाम आने के बाद कई तरह की चर्चाएं देखी जा रही है। सीबीआई के द्वारा रजनी प्रिया की गिरफ्तारी को बेहद अहम माना जा रहा है।
सीबीआई अदालत में पेश होती रजनी प्रिया
सृजन घोटाले में कई लोगों को सीबीआई ने आनन-फानन में जेल के सलाखों के पीछे भेजा लेकिन रजनी प्रिया को गिरफ्तारी करने में इतने साल क्यों लग गए, यह बड़ा सवाल है। लोग चर्चा कर रहे हैं कि क्या आने वाले कुछ महीनो के बाद लोकसभा चुनाव के समय भागलपुर के सृजन घोटाला को राजनीतिक मुद्दा बनाया जा सकता है।
6 सालों के बाद रजनी प्रिया की गिरफ्तारी तो सीबीआई ने कर ली है लेकिन रजनी प्रिया के दिए गए गए बयान का क्या मतलब निकलेगी सीबीआई यह कहना कठिन होगा। क्या यह संभव है कि रजनी प्रिया इतने सालों के बाद घोटाले में रहे या सरकारी पैसे का बंदरबांट करने वाले सफेदपोशों का नाम बता पाएगी।
सीबीआई ने तो रजनी प्रिया को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन कहीं सीबीआई का पासा उल्टा ना पलट जाए और भाजपा के कुछ नेताओं की मुश्किलें ना बढ़ जाए। आने वाले दिनों में भागलपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ने वाले कद्दावर नेताओं की नींद तो उड़ेगी क्योंकि रजनी प्रिया के बीच भाजपा के उक्त नेताओं के क्या संबंध थे यह किसी से छिपा नहीं है।
पटना सीबीआई न्यायालय में रजनी प्रिया को किया गया पेश
सृजन घोटाला मामले की मुख्य आरोपी रजनी प्रिया को सीबीआई ने शुक्रवार को पटना सिविल कोर्ट स्थित सीबीआई के विशेष न्यायालय पेश किया। सीबीआई की विशेष टीम ने 10 अगस्त को यूपी गाजियाबाद के साहिबाबाद से रजनी प्रिया को गिरफ्तार किया था। पेशी के बाद आरोपित रजनी प्रिया को 21 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। कोर्ट की अगली सुनवाई 21 अगस्त होगी।
चर्चा है कि रजनी प्रिया ने कई नेताओं और बिल्डर्स और व्यवसाइयों के नाम सीबीआई को बताए हैं। रजनी ने सीबीआई को खगड़िया के एक हवाला कारोबारी का नाम बताया है, जिसके बाद उसपर शिकंजा कसने की उम्मीद की जा रही है। रजनी की गिरफ्तारी के बाद बिहार के कई बड़े नेताओं के नामों के खुलासे की उम्मीद है।
वहीं उसकी गिरफ्तारी से सियासी गलियारे में हड़कंप मचा हुआ है। हो सकता है कि आने वाले कुछ दिनों के बाद कुछ बड़े घोटालेबाज की गिरफ्तारी हो। लेकिन कई राजनीतिक पार्टी के नेताओं की नींद तो उड़ गई है।
रजनी प्रिया या तो ऐसे लोगों का नाम बताएगी जिसने सृजन घोटाले में घोटाला किया है या फिर रजनी प्रिया अपना मतलब साधने के लिए अपने विरोधियों का नाम भी सीबीआई के सामने रखेगी। अब सृजन घोटाला में क्या नया मोड़ आता है यह कहना मुश्किल होगा लेकिन यह गिरफ्तारी राजनीतिक लोग लोकसभा चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं।