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शोर शराबे के बीच तीन विधेयक ध्वनिमत से पारित

  • खान खनिज विधेयक गेम चेंजर होगा: जोशी

  • मणिपुर पर चर्चा की मांग पर हुआ हंगामा

  • राज्यसभा में धनखड़ हुए टीएमसी सांसद से नाराज

नयी दिल्ली: मणिपुर मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे कारण शुक्रवार को लोकसभा की कार्यवाही दूसरी बार स्थगित करनी पड़ी।  एक बाद के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे के बाद जैसे ही सदन समवेत हुआ, विपक्षी सदस्यों ने शोरगुल और नारेबाजी शुरू कर दी।

हंगामे के दौरान ही पीठासीन अधिकारी राजेन्द्र अग्रवाल ने जरूरी विधायी कार्य निपटाये। हंगामा जारी रहने पर श्री अग्रवाल ने सदन की कार्यवाही सोमवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।  श्री अग्रवाल ने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा कि विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को अनुमति प्रदान की जा चुकी है। उस पर चर्चा होगी, सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से चलने दें लेकिन विपक्षी सदस्य हंगामा और नारेबाजी करते रहे।

भारी हंगामे के बीच खान एवं खनिज (संशोधन एवं विनियमन) विधेयक 2023, नेशनल नर्सिंग एवं मिडवाइफ कमीशन विधेयक 2023 और नेशनल डेन्टल कमीशन विधेयक 2023 ध्वनिमत से पारित कर दिये।  कोयला एवं खान मंत्री प्रह्लाद जोशी ने खान एवं खनिज (संशोधन एवं विनियमन) विधेयक 2023 को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह विधेयक गेम चेन्जर हो सकता है।

उन्होंने कहा कि इस विधेयक से देश ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जो सुधार कोयला क्षेत्र में किए हैं, उनके कारण जिस तरह की स्थिति बन रही है, उसे देखते हुए उन्हें भरोसा है कि 2025-26 तक देश में कोयले के आयात की आवश्यकता लगभग समाप्त हो सकती है।

नेशनल नर्सिंग एवं मिडवाइफ कमीशन विधेयक 2023 और नेशनल डेन्टल कमीशन विधेयक 2023 को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने सदन में चर्चा करने और पारित करने के लिए प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय नर्सिंग और मिडवाइफरी आयोग विधेयक के कानून बनने से जन समुदाय के हितों को साधने में महत्वपूर्ण प्रगति होगी और इससे जनता को सहूलियत होंगी।  यह विधेयक भारतीय नर्सिंग काउंसिल अधिनियम 1947 को निरस्त करता है और इसमें नर्सिंग और मिडवाइफरी पेशेवरों के लिए शिक्षा और सेवाओं के मानकों के विनियमन और रखरखाव के नये प्रावधान किए गये हैं।

दंत चिकित्सा आयोग विधेयक को पारित करने के लिए प्रस्तुत करते हुए श्री मांडविया ने कहा कि इसमें दंत चिकित्सा  व्यवसाय के विनियमन को बेहतर करने के प्रावधान किए गए हैं। इस विधेयक में  गुणवत्तापूर्ण और किफायती दंत चिकित्सा शिक्षा प्रदान करने की व्ज़्यवस्ज़्था  की गई है। अलग-अलग संक्षिप्त चर्चा के बाद सदन ने शोरशराबे के बीच तीनों विधेयक ध्वनिमत से पारित कर दिए।

इसी बीच पीठासीन अधिकारी ने जरूरी दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाये।  श्री अग्रवाल ने विपक्षी सदस्यों से कहा कि आज सदस्यों के प्राइवेट बिल का दिन है, कुछ और विधायी कार्य कर लिए जायें। सदस्य अपनी-अपनी सीटों पर जायें और सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से चलने दें, लेकिन विपक्षी सदस्यों पर इसका कोई असर नहीं हुआ और वे हंगामा और नारेबाजी करते रहे।

इस पर श्री अग्रवाल ने सदन की कार्यवाही सोमवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।   इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पूर्वाह्न 11 बजे जैसे ही प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू की, विपक्षी सदस्य अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू करने की मांग को लेकर सदन के बीचोबीच आकर हंगामा करने लगे। श्री बिरला ने कहा कि उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव को अनुमति प्रदान कर दी है, इस पर चर्चा होगी, प्रश्नकाल महत्वपूर्ण होता है, इसे चलने दें। विपक्षी सदस्यों पर इसका कोई असर नहीं हुआ तो श्री बिरला ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

राज्यसभा में टकराये धनखड़ और डेरेक ओ ब्रायन

नयी दिल्ली: राज्यसभा में शुक्रवार को सभापति जगदीप धनखड़ तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन के व्यवहार से नाराज हो गये और उन्होंने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी। सभापति ने सुबह सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए आज सेवानिवृत्त हो रहे गोवा से भारतीय जनता पार्टी के सदस्य विनय दीनू तेंदुलकर के बारे में जानकारी दी।

उन्होंने श्री तेंदुलकर के जीवन वृत्त का उल्लेख किया। श्री तेंदुलकर ने सदन का आभार प्रकट किया। इसके बाद सभापति ने सदन को बताया कि उन्हें नियम 267 के तहत 47 नोटिस मिले हैं। ये सभी नोटिस मणिपुर हिंसा से संबंधित है। सभापति ने कहा कि मणिपुर ंिहसा से संबंधित नोटिस स्वीकार किया जा चुका है और सरकार इस पर चर्चा करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि सदस्यों को सदन के नियमों और परंपराओं का ध्यान रखना चाहिए।

पूरा देश उनको देख रहा है और सदस्य एक ही विषय पर बार-बार नोटिस दिए जा रहे हैं। इस पर तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने एक टिप्पणी की। सभापति ने कहा कि श्री डेरेक ओ ब्रायन उनके बोलने के दौरान उन्हें बार बार बाधित करते हैं। इसका विरोध करते हुए श्री डेरेक ओ ब्रायन ने कुछ बोला और जोर से मेज पर हाथ मारा। इसे देखकर सभापति नाराज हो गए और उन्होंने कहा कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है । यह बहुत हो चुका है। इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी। राज्यसभा की कार्यवाही अब सोमवार को शुरू होगी। शनिवार और रविवार को साप्ताहिक अवकाश रहेगा।

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