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कुश्ती महासंघ के काम काज पर रोक अस्थायी कमेटी बनी

राष्ट्रीय खबर

नईदिल्लीः जंतर मंतर पर महिला पहलवानों के धरना और निरंतर किसान संगठनों एवं खाप पंचायतों के प्रतिनिधियों के वहां पहुंचने के बाद अब पुलिस ने बृजभूषण सिंह का बयान दर्ज किया है।  दरअसल इसे भी कर्नाटक के चुनाव परिणामों के बाद अफसरशाही की बदलती सोच का नतीजा माना जा रहा है।

संभावित उलटफेर को भांपते हुए अधिकारी पहले से ही खुद को पाक साफ और भाजपा से अलग निष्पक्ष दिखाने की कोशिशों में जुट गये हैं। बदलती परिस्थिति को देखते हुए भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह समेत सभी निवर्तमान पदाधिकारियों के प्रशासनिक कार्य पर रोक लगा दी है।

इतना ही नहीं आईओए ने डब्ल्यूएफआई के महासचिव वीएन प्रसूद को तत्काल सभी दस्तावेज व खातों का संचालन एडहॉक कमेटी को सौंपने को कहा है। जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने के मद्देनजर इस कार्रवाई को अहम माना जा रहा है। आईओए की ओर से जारी पत्र में डब्ल्यूएफआई से सभी दस्तावेज, खातों और विदेश में होने वाली अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए भेजी जाने वाली एंटी का लॉगिन, बेवसाइट संचालन तत्काल सौंपने को कहा है।

डब्ल्यूएफआई के सभी निवर्तमान पदाधिकारियों को तत्काल प्रभाव से भारतीय कुश्ती महासंघ के किसी भी प्रशासनिक समारोह में हिस्सा लेने पर रोक लगा दी है। पत्र में कहा गया है कि डब्ल्यूएफआई की सभी प्रशासनिक, वित्तीय और नियामकीय भूमिकाएं अब एडहॉक कमेटी देखेगी। कुश्ती के संचालन के लिए आईओए द्वारा नियुक्त एडहॉक कमेटी भारतीय कुश्ती महासंघ के बाकी सभी कामकाज, जिम्मेदारियां निभाएगी।

पत्र में कहा गया है कि जबकि एडहॉक कमेटी अस्तित्व में है, तब डब्ल्यूएफआई के निवर्तमान पदाधिकारियों की इस महासंघ से जुड़े किसी भी तरह के कामकाज में कोई भूमिका नहीं होगी। इस बीच कर्नाटक की चुनावी हलचल के बीच ही हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान पार्टी के विधायकों के साथ शनिवार को नयी दिल्ली में जंतर-मंतर पर खिलाड़ियों के धरने को समर्थन देने पहुंचे। उन्होंने खिलाड़ियों से बात की।

इस दौरान सांसद दीपेंद्र हुड्डा भी मौजूद रहे। हुड्डा ने कहा कि सरकार खिलाड़ियों के सब्र का इम्तिहान ले रही है। जिन खिलाड़ियों ने देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन किया, सरकार उन खिलाड़ियों को न्याय दिलाने में नाकाम साबित हो रही है। हुड्डा ने खिलाड़ियों से संयम और हिम्मत बनाए रखने की अपील की।

साथ ही कहा कि उन्हें न्याय जरूर मिलेगा। न्याय मिलने में देर हो सकती है, लेकिन अंधेर नहीं। मीडिया से बातचीत में हुड्डा ने कर्नाटक में कांग्रेस की जीत पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि यह पार्टी नेतृत्व की मेहनत और कांग्रेस की नीतियों की जीत है। इस जीत से पूरे देश में पार्टी को मजबूती मिलेगी और कार्यकर्ताओं का हौसला बुलंद होगा।

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