रांचीः छवि रंजन जैसे भ्रष्ट अधिकारियों को बर्खास्त कर ही इस किस्म की गड़बड़योउपरोक्त बातें आज झारखंड बचाओ मोर्चा के केंद्रीय संयोजक सह पूर्व विधायक प्रत्याशी विजय शंकर नायक ने आज छवि रंजन को ईडी के द्वारा गिरफ्तार किए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया में कहीं उन्होंने आगे कहा की समय है झारखंड को भ्रष्टाचार मुक्त करने का और ऐसे समय में ऐसे भ्रष्ट आईएएस पदाधिकारी को मुअतल नहीं नौकरी से सेवा मुक्त कर दिया जाना चाहिए ताकि झारखंड में भविष्य में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाया जा सके ।
श्री नायक ने आगे कहा कि ऐसे छवि रंजन जैसे भ्रष्ट आईएएस पदाधिकारी की कमी झारखंड में नहीं है सरकार को भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए गंभीरतापूर्वक विचार करना चाहिए और वैसे भ्रष्ट आईएसो को जिन पर कोई भी भ्रष्टाचार का विभागीय कार्यवाही या निगरानी जांच या एससीबी के द्वारा जांच की जा रही है उस पर तुरंत संज्ञान लेकर जांच पूरी कर त्वरित सजा की व्यवस्था की जानी चाहिए । इन्होंने यह भी कहा कि झारखंड को भ्रष्ट आइएस पदाधिकारी झारखंड प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारी
लूटखंड बना चुके हैं और बिना पैसे दिए कोई भी काम झारखंड में जनता का नहीं हो रहा है भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है नौकरशाही हावी हो चुका है ।आज जमीन की लूट प्रत्येक जिलों में की जा रही है और वहां के उपायुक्त जमीन दलालों के माध्यम से सरकारी जमीन की लूट कर रहे हैं । इस राज्य को आज कोई देखने वाला नहीं है भ्रष्ट पदाधिकारी मनमौजी कर रहे हैं और अथाह संपत्ति इकट्ठा कर रहे हैं ।
श्री नायक ने झारखंड सरकार एवं ईडी से मांग किया है कि वे व्यापारी बिष्णु अग्रवाल को भी गिरफ्तार करे और झारखंड के सभी भारतीय प्रशासनिक सेवा / झारखंड प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारीयों के संपत्ति की जांच की जानी चाहिए क्योंकि 23 वर्षों में इन भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी झारखंड प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारी और नेताओं, ठेकेदारों एवं जमीन दलाल सत्ता के दलाल ने एक गठजोड़-गठबंधन कर संपूर्ण झारखंड को लूट कर खोखला करने का काम किया है और इस गठजोड़ गठबंधन ने राज्य की संपत्ति , जनविकास की राशि को लूट कर आज करोड़पति-अरबपति बन बैठे हैं अगर राज्य मे भ्रष्टाचार पर रोक नहीं लगाई गई जमीन लूट को बंद नहीं किया गया विकास की राशि को लूट बंद नहीं कराया गया तो आने वाले दिनों में झारखंड की स्थिति भयावह हो जाएगी और कानून का राज संविधान का राज्य समाप्त हो जाएगा इसलिए सरकार और ईडी को भ्रष्टाचार पर रोक लगाने की दिशा में एक विशेष कार्य योजना बनाकर काम करने की आवश्यकता है ताकि जनता के पैसे एवं राज्य की संपत्ति की लूट को रोका जा सके।