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मलेरिया से बचें और अपने परिवार को बचाएं

रांचीः झारखंड कला सांस्कृतिक शोध संस्थान रंगमंडल एवं नाट्य अकादमी के द्वारा गुमला में विश्व मलेरिया दिवस मनाया गया। नाट्य अकादमी एवं कार्तिक उरांव बीएड कॉलेज के संयुक्त तत्वाधान में प्रशिक्षु शिक्षकों के बीच मलेरिया को लेकर जागरूकता फैलाई गई।

संस्था के सचिव डॉ दीपक प्रसाद ने अपने वक्तव्य में बताया कि विश्व मलेरिया दिवस की शुरुआत सर्वप्रथम विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा 25 अप्रैल 2007 को अफ्रीकी देशों में सर्वप्रथम मलेरिया दिवस मनाया गया। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य मलेरिया से रोकथाम करना है।

जो संक्रमित मादा एनाफिलीज मच्छरों के काटने से मनुष्य में जानलेवा हो सकती है। इससे जान जाने की पूरी संभावना बनी रहती है। मलेरिया अधिकांशत बरसात के दिनों में जब वातावरण में नमी होती है आस-पड़ोस में पानी इकट्ठा होते हैं उसमें मच्छर पनपते हैं। जैसे आस-पड़ोस के गड्ढों में पानी जमा होना, मच्छरदानी का उपयोग ना करना मलेरिया को दावत देने जैसे ही है।

वही इस मौके पर बीएड संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ राकेश प्रसाद ने प्रशिक्षु शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा की मलेरिया से हमें बचाव करना चाहिए। साफ कपड़ों का इस्तेमाल करना चाहिए हाथ पांव को ढक कर रखना चाहिए अन्य अन्य जानकारियां दी। इस मौके पर बीएड के प्रशिक्षु शिक्षकों ने दो लघु नाटकों का प्रदर्शन किया जिसकी परिकल्पना एवं निर्देशन डॉ दीपक प्रसाद के द्वारा किया गया।

प्रशिक्षु शिक्षकों ने नाटक के प्रदर्शन से समाज में मलेरिया के प्रति जागरूकता पहले, ग्रामीण जनता इससे अवगत हो और इसके बचाव के सारे पहलू पर ध्यान दें इस बात को लेकर नाट्य प्रदर्शन किया। इस मौके पर विभागाध्यक्ष ने कहा इस नाटक में ऐसी बात बताते हैं जिससे समाज एवं हमारे विद्यार्थी शिक्षा लेकर अपने गांव गांव में इसका प्रचार प्रसार कर मलेरिया से बचने का उपाय दे सकते हैं।

इस मौके पर उपस्थित बीएड संकाय के सभी प्राध्यापक डॉ दीपक प्रसाद, डॉ राकेश प्रसाद, डॉ मनोज कुमार, मनोज कुमार, राजेश रंजन, अनुतलन मींज़, मंती कुमारी,सिलास डहंगा एवं कॉलेज परिवार के सभी प्राध्यापक उपस्थित रहे।

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