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मोदी सरकार समाधान खोजने में प्रयासरत

नगा शांति वार्ता

  • फ्रेमवर्क को लेकर एनएससीएन-आईएम उलझन में

  • सरकार के साथ बैठक की तारीख अभी तय नहीं

  • समूह के अध्यक्ष ने मुख्यालय में अपनी बात रखी

भूपेन गोस्वामी

गुवाहाटी: नगालैंड के विद्रोही गुटों एनएससीएन-आईएम ने प्रधानमंत्री मोदी की सरकार पर फ्रेमवर्क समझौते को आगे बढ़ाने को लेकर गंभीर नहीं होने का आरोप लगाया है। इस कारण नगा शांति वार्ता बेतुकी हो गई है। नगा विद्रोही समूह का इस समय केंद्र के साथ युद्धविराम समझौता चल रहा है।

समूह के अध्यक्ष क्यू टूक्कू ने हेब्रोन में अपने मुख्यालय में आज कहा कि, केंद्र मोदी सरकार-एनएससीएन (आईएम) वार्ता में कोई गंभीरता नहीं है और कथनी-करनी में अंतर है। उन्होंने कहा कि इससे संगठन को यह आशंका सता रही है कि केंद्र सरकार अपने पूरे तंत्र के साथ गुपचुप तरीके से इसे खत्म कर सकती है। शांति वार्ता को केंद्र संभाल रहा है। इसके बावजूद एनएससीएन-आईएम ने पूरी प्रतिबद्धता और दृढ़संकल्प के साथ वार्ता को आगे बढ़ाया है।

क्यू टूक्कू ने कहा कि जब नगा लोगों के एतिहासिक और राजनीतिक अधिकारों को बचाने की बात हो तो कोई बलिदान बहुत बड़ा नहीं है। उन्होंने कहा कि यह केंद्र सरकार पर निर्भर करता है कि वह मिलकर काम करे। नगा विद्रोहियों को लगता था कि नगालैंड में सरकार बनते ही बातचीत शुरू होगी और इसका समाधान निकलेगा, लेकिन सरकार बनने के करीब बीस दिन बाद भी केंद्र की तरफ से कोई पहल नहीं दिखी।

उन्होंने यह भी कहा कि  मोदी सरकार के फ्रेमवर्क समझौते पर समाधान खोजने के लिए एनएससीएन-आईएम उलझन में है। उन्होंने यह भी कहा कि महीनों के इंतजार और पर्दे के पीछे संचार के बाद, नगा शांति वार्ता पर बैठक 13 अप्रैल को आयोजित की गई थी। बैठक की अध्यक्षता सरकार के प्रतिनिधि ए के मिश्रा ने की जिन्होंने सरकार और एनएससीएन-आईएम के बीच चर्चा में मध्यस्थता की।उन्होंने बताया कि एनएससीएन-आईएम फ्रेमवर्क समझौते के आधार पर समाधान खोजने के लिए सहमत नहीं हुआ है।

एनएससीएन-आईएम ने बैठक के नतीजों पर भ्रम की स्थिति जताई है। एनएससीएन-आईएम के महासचिव थुइंगलेंग मुइवा के साथ आरएच राइजिंग और वर्स एटेम सहित एनएससीएम-आईएम नेतृत्व के अन्य सदस्यों ने चर्चा में भाग लिया था।अपनी यात्रा के दौरान, एके मिश्रा ने एनएनपीजी (नगा नेशनल पॉलिटिकल ग्रुप्स) के नेताओं के साथ भी बैठक करने का कार्यक्रम बनाया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।सूत्रों के मुताबिक, एनएनपीजी और भारत सरकार के साथ बैठक की तारीख और समय अभी तय नहीं किया गया है।

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