आईपीएस नैयर हसनैन खान को आर्थिक अपराध इकाई की जिम्मेवारी
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परेश सक्सेना असैनिक सुरक्षा विभाग में
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अमित लोढ़ा को भी प्रोमोशन दिया गया
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फैसले पर उठ रहे हैं अनेक किस्म के सवाल
दीपक नौरंगी
भागलपुर: बिहार सरकार ने तीन आईपीएस पदाधिकारी को नई जिम्मेदारी दी है। राष्ट्रीय खबर का आकलन कई वर्षों से सच साबित हो रहा है। पहले पूर्व डीजीपी राजविंदर सिंह भट्टी के मामले में आकलन सच साबित हुआ। ज्ञात हो कि एडीजी कुंदन कृष्णन के मामले में में पूर्व में ही आकलन किया गया था। वह सच साबित हुआ इसी तरह नैयर हसनैन खान के मामले में आकलन सच साबित हुआ।
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केंद्र से लौटे आईपीएस परेश सक्सेना को अपर पुलिस महानिदेशक सह अपर आयुक्त, असैनिक सुरक्षा के साथ-साथ अतिरिक्त जिम्मेदारी महानिदेशक सह आयुक्त असैनिक सुरक्षा, की नई जिम्मेदारी दी है। दूसरी और जिन्हें हाल फिलहाल आईजी से एडीजी में प्रमोशन मिला है जो पूरे बिहार में ही नहीं देश में लगातार सवालों के घेरे में रहे आईपीएस अमित लोढ़ा को अपर पुलिस महानिदेशक राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो के पद पर तैनाती कर दी है।
वहीं केंद्र से लौटे नैयर हसनैन खान को वापस आर्थिक अपराध इकाई में तैनाती कर दी है। विदित हो कि अगले साल सितंबर महीने में आईपीएस नैयर हसनैन खान ने केंद्रीय इकाई एसएसबी के आईजी के पद पर प्रभार संभाला था। एक जनवरी 2021 को इनकी तैनाती आर्थिक अपराध इकाई और विशेष निगरानी इकाई में एडीजी नैयर हसनैन खान को दोनों पदों की जिम्मेदारी दी गई। उनके पास जो यह दो विभाग राज्य के महत्वपूर्ण विभाग माने जाते हैं।
इसमें कई बड़े-बड़े पुलिस पदाधिकारी पर कार्रवाई की गई दो गंभीर बिंदुओं पर उनकी कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पहले की उनके विभाग में अपनी ही 1996 बैच के नैय्यर हसनैन खान फिर से बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी बनाये गये हैं। एडीजी नैयर हसनैन खान ने एक जनवरी 2021 में सरकार ने इनको दो पदों की जिम्मेदारी दी पहले पद आर्थिक अपराध इकाई और दूसरा पद विशेष निगरानी इकाई दोनों ही महत्वपूर्ण विभाग यह राज्य सरकार के माने जाते हैं कई बड़े-बड़े पुलिस पदाधिकारी पर इन्होंने कार्रवाई की कई बड़े मामलों की कार्रवाई में इनकी प्रशंसा भी हुई इससे इंकार नहीं किया जा सकता है।