रविवार की रैली में पीटीआई के समर्थकों का जोरदार प्रदर्शन
इस्लामाबादः पाकिस्तान के जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के हजारों समर्थकों ने उनकी रिहाई की मांग को लेकर रैली निकाली। अदालत द्वारा कई मामलों में बरी किये जाने और सरकार द्वारा नये नये आरोप लगाने की वजह से इमरान समर्थकों और सरकार के बीच टकराव की स्थिति पैदा होती जा रही है।
रविवार को राजधानी इस्लामाबाद के बाहरी इलाके में एकत्रित होकर भीड़ ने खान की हिरासत को समाप्त करने की मांग की, जो एक साल से अधिक समय से चल रही है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के मुख्य राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी पर 150 से अधिक पुलिस मामले दर्ज हैं। सरकार के आलोचकों और खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी का कहना है कि आरोप राजनीति से प्रेरित हैं।
संसद में अविश्वास प्रस्ताव के तहत 2022 में प्रधानमंत्री पद से हटाए जाने के बाद क्रिकेटर से राजनेता बने खान एक लोकप्रिय व्यक्ति बने हुए हैं। रविवार की रैली, जो इस साल पीटीआई द्वारा आयोजित सबसे बड़ी रैलियों में से एक है, शांतिपूर्ण रही, हालांकि पुलिस की कुछ कार्यकर्ताओं के साथ थोड़ी झड़प भी हुई।
अधिकारियों ने समर्थकों को रैली में शामिल होने से रोकने के लिए शिपिंग कंटेनर लगाकर प्रमुख सड़कों को अवरुद्ध कर दिया था। खान के प्रवक्ता जुल्फी बुखारी ने एक बयान में पुलिस कार्रवाई की निंदा की। रैली को संबोधित करते हुए, उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के शीर्ष निर्वाचित अधिकारी अली अमीन ने भीड़ से कहा, अल्लाह की इच्छा से, हम जल्द ही इमरान खान की रिहाई सुनिश्चित करेंगे।
खान 2023 से जेल में हैं, जब उन्हें भ्रष्टाचार के एक मामले में सजा सुनाए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया था। इस दौरान खुद इमरान खान ने भी अपने ऊपर लगे आरोपों का न सिर्फ खंडन किया है बल्कि इसके लिए सेना के चंद अफसरों और सरकार में शामिल नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है। इमरान खान ने हाल ही में उनके खिलाफ जांच करने वाले अफसरों को भी साफ चेतावनी दी है कि वह जब भी जेल से बाहर आकर सरकार बनायेंगे तो इस किस्म की साजिशों में शामिल लोगों को वह छोड़ेंगे नहीं।