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ममता बनर्जी से मुलाकात कर गये पूर्व मंत्री पी चिदांवरम

संसद के सत्र के पहले विपक्ष की गुपचुप तैयारी

राष्ट्रीय खबर

कोलकाताः 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून को होगा। नए संसद भवन में सत्र शुरू होने से पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने बंद कमरे में बैठक की। देश के पूर्व वित्त मंत्री गुरुवार दोपहर नबन्ना आए। उन्हें मुख्यमंत्री के 14वीं मंजिल स्थित कमरे में ले जाया गया।

नवान्न सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री आवास पर ममता-चिदंबरम की आधे घंटे से ज्यादा समय तक मुलाकात हुई। बैठक के अंत में दिग्गज कांग्रेस नेता ने अपना संबोधन दिया। किसी भी पक्ष ने बैठक के बारे में सार्वजनिक रूप से बात नहीं की है। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में इस मुलाकात को लेकर अटकलें शुरू हो गई हैं।

विपक्ष अगले हफ्ते संसद सत्र के दौरान केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर शिकंजा कसना चाहता है। लोकसभा में 10 साल बाद कांग्रेस ने दोबारा नेता विपक्ष की सीट जीत ली है। ऐसे में कांग्रेस अलायंस इंडिया के सहयोगियों के साथ तुलनात्मक रूप से कमजोर मोदी सरकार पर हमला करना चाहती है। अगर इंडिया गठबंधन के सहयोगी दल जैसे कि तृणमूल के साथ मिलकर हमला किया जा सके तो भाजपा को कई मामलों में परेशानी में डाला जा सकता है।

क्योंकि कांग्रेस की तरह ममता ने भी पश्चिम बंगाल में भाजपा को मजबूती से पीछे धकेल दिया है। बंगाल में तृणमूल ने भाजपा की सीटों की संख्या 18 से घटाकर 12 कर दी। इसलिए, कई लोग सोचते हैं कि कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी, शिव सेना (उद्धव), राजद के साथ-साथ तृणमूल को भी गठबंधन में शामिल करने के लिए बहुत पहले ही पहल शुरू कर दी है।

संसद का यह विशेष सत्र आठ दिनों तक चलेगा। इसका समापन 3 जुलाई को होगा। लोकसभा स्पीकर का चुनाव 26 जून को होने की संभावना है। नवनिर्वाचित प्रतिनिधि 24 और 25 जून को अगले लोकसभा चुनाव में सांसद के रूप में शपथ लेंगे। एआईसीसी सूत्रों के मुताबिक, उस समय कांग्रेस लोकसभा में विपक्ष के नेता के नाम की घोषणा कर सकती है। पार्टी की ओर से राहुल को विपक्ष का नेता बनने का प्रस्ताव दिया गया है। उनकी माने तो सत्र की शुरुआत से ही संसद में मोदी और राहुल के बीच रोचक जुगलबंदी देखने को मिल सकती है।

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