तेलंगना के मुख्यमंत्री रेवंत का मोदी सरकार पर बड़ा बयान
राष्ट्रीय खबर
हैदराबादः तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने बुधवार को दावा किया कि अमेरिकी ऑटोमोटिव कंपनी टेस्ला तेलंगाना में निवेश करना चाहती थी लेकिन उस पर गुजरात स्थानांतरित होने का दबाव डाला गया। एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कांग्रेस नेता ने कहा कि फॉक्सकॉन और टेस्ला पर छोड़ने का दबाव डाला गया। रेड्डी ने कहा, क्या तेलंगाना भारत का हिस्सा नहीं है? वे (टेस्ला) तेलंगाना में निवेश करना चाहते थे। हम जानते हैं कि कैसे संवाद करना है। मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठा हूं।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ हमला शुरू करते हुए, रेड्डी ने कहा, पीएम मोदी और अमित शाह सोचते हैं कि केवल गुजरात ही भारत है। ऐसा नहीं है। अन्य राज्य भी हैं। उनके पास भी अधिकार हैं। पहले की ररिपोर्ट में कहा गया था कि टेस्ला भारत में अपनी फैक्ट्री स्थापित करने के लिए स्थान की तलाश कर रही है।
कथित तौर पर महाराष्ट्र और गुजरात ने फैक्ट्री स्थापित करने के लिए टेस्ला को जमीन की पेशकश की। टेस्ला कुछ समय से भारतीय बाजार में आने की कोशिश कर रही है और एक साल से अधिक समय से सरकार के संपर्क में है। आगे यह आरोप लगाते हुए कि केंद्र द्वारा दक्षिणी राज्यों की उपेक्षा की जाती है, रेड्डी ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में तेलंगाना के सांसदों के प्रतिनिधित्व पर सवाल उठाया।
रेड्डी ने कहा, 42 तेलुगु भाषी सांसद हैं लेकिन उनमें से केवल एक कैबिनेट मंत्री है। हालांकि, गुजरात में 26 सांसद हैं और उनमें से सात मंत्री हैं। उत्तर प्रदेश में उन्होंने 12 मंत्री दिए हैं। रेड्डी ने कहा, मैं स्पष्ट रूप से कह रहा हूं कि अमित शाह और नरेंद्र मोदी की नजर में दक्षिण भारत के लोग दोयम दर्जे के नागरिक हैं।