ओबीसी, एससी और एसटी आरक्षण नहीं होगा खत्म-मोदी
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सच बोला तो कांग्रेस को मिर्ची लगी है
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मैं संविधान की पूजा करने वाला हूं
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चुनाव आयोग शिकायत के बाद चुप
टोंक: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर उसकी सोच हमेशा तुष्टिकरण एवं वोट बैंक की राजनीति करने एवं अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति आरक्षण में कमी कर मुसलमानों को आरक्षण देने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को खुले मंच से गारंटी दी है कि दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों का आरक्षण न कभी खत्म होगा और नही ही धर्म के नाम पर इसे बांटने दिया जायेगा।
श्री मोदी टोंक जिले के उनियारा में भाजपा प्रत्याशी सुखबीर सिंह जौनपुरिया के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सोच हमेशा तुष्टिकरण एवं वोट बैंक की राजनीति करने की रही है और वर्ष 2004 में केन्द्र में जब उसकी सरकार बनी तब उसका सबसे पहले काम आंध्रपद्रेश में अनुसूचित एवं अनूसूचित जनजाति के आरक्षण में कमी करने का प्रयास था।
यह उनका एक पायलट प्रोजेक्ट था जिसे पूरे देश में आजमाना चाह रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 से 2010 के बीच आंधप्रदेश में चार बार मुस्लिम आरक्षण लागू करने की कोशिश की गई लेकिन उच्चतम न्यायालय की जागरुकता के कारण इनके मंसूबे पूरे नहीं हो पाये। वर्ष 2011 में इसे पूरे देश में लागू करने की कोशिश की गई।
उन्होंने कहा कि दलितों, पिछड़ों एवं आदिवासियों से आरक्षण छीनकर वोट बैंक की राजनीत के लिए इसे ओरों को देने का प्रयास किए गये जो संविधान की मूल भावना के खिलाफ था। उन्होंने कहा कि जब कनार्टक में भाजपा की सरकार आई और हमे काम करने का मौका मिला तो पहला काम किया गया कि एस-एसटी से छीनकर कर जो आरक्षण कोटा निकाला गया था उसे खत्म कर दिया गया और जिसका हक था उसे सुरक्षित रखा गया।
इससे देश में कांग्रेस के लोग आग बबूला हो गए और कहा गया कि मोदी समझता क्या अपने आप को। श्री मोदी ने कहा कि मोदी संविधान को समझता हैं, वह उसकी पूजा करने वाला व्यक्ति है। श्री मोदी ने कहा कि सच्चाई यह है कि कांग्रेस और उसका गठबंधन जब सत्ता में थे तो ये लोग दलितों एवं पिछड़ों के आरक्षण में सेंधमारी करके वोट बैंक की राजनीति के लिए उनकी खास जमात को अलग से आरक्षण देना चाहते थे जबकि संविधान इसके बिल्कुल खिलाफ है।
आरक्षण जो बाबा साहेब ने दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को दिया था उसे कांग्रेस और उसके गठबंधन ने उसे मजहब के आधार पर मुसलमानों को देना चाहते थे। उन्होंने कांग्रेस से सवाल करते हुए कहा कि क्या वह एलान करेगी कि संविधान में जो दलितों, पिछड़ों एवं आदिवासियों को आरक्षण दिया गया है उसे कम करके मुसलमानों को नहीं देंगे।
उन्होंने दो दिन पहले अपने राजस्थान दौरे के दौरान दिए गए भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने उस दौरान सत्य देश के सामने रखा, जिससे कांग्रेस और उसके गठबंधन में भगदड़ मच गई। श्री मोदी ने कहा कि उन्होंने भाषण में कहा था कि कांग्रेस आपकी संपत्ति छीन कर उसके खास लोगों को बांटने की गहरी साजिश रची बैठी है।
जब तुष्टिकरण की राजनीति का पर्दाफाश किया गया तो कांग्रेस को मिर्ची लगी और इसके बाद हर तरफ मोदी को गालिया देने में लग गए। उन्होंने कहा, कांग्रेस से जानना चाहते है कि आखिर कांग्रेस सच्चाई से डरती क्यों है, नीतियों को छिपाने में क्यों लगी है, आपका एजेंडा बाहर आ गया हैं तो कांप रहे हो, हिम्मत है तो स्वीकार करो, हम मुकाबला करने के लिए तैयार है।
देश को साफ बताना चाहता हूं कि कांग्रेस वोट बैंक के दलदल में इतना फंसी हुई है कि उसे बाबा साहब के संविधान की परवाह ही नहीं हैं और उनके नेता कह रहे है कि देश में पूरा एक्सरे किया जायेगा और जिसकी संपत्ति जरुरत से ज्यादा होगी उसे जब्त कर लोगों को बांटा जायेगा। श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने संविधान के साथ किस प्रकार खिलवाड़ की कोशिश की है।
जब कांग्रेस की सरकार थी तब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने बयान में कहा था कि मुसलमानों का देश की संपत्ति पर पहला हक है। कांग्रेस की सोच हमेशा तुष्टिकरण एवं वोट बैंक की राजनीति की रही है। इस बीच नरेंद्र मोदी के बयान की चुनाव आयोग से की गयी शिकायत पर चुनाव आयोग ने अब तक कोई बयान तक जारी नहीं किया है।