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विचार तब प्रभावी जब उसपर कार्रवाई हो: मोदी

  • ऑनलाइन लेनदेन में भारत का बड़ा योगदान

  • पुट्टापर्थी जिला को ही डिजिटल बनायें लोग

  • सत्य साई खुद दुनिया में संदेश प्रसारित किया

नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भक्तों से पूरे आंध्र प्रदेश के पुट्टापर्थी जिले को डिजिटल अर्थव्यवस्था में बदलने का आग्रह किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (वीसी) के जरिए पुट्टापर्थी में  साईं हीरा ग्लोबल कन्वेंशन सेंटर का आज उद्घाटन किया। श्री मोदी ने इस मौके पर अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि दुनिया में होने वाले वास्तविक समय(रियल टाइम) के 40 प्रतिशत ऑनलाइन लेनदेन भारत में हो रहे हैं।

उन्होंने सुझाव दिया कि यदि हर कोई इस संकल्प को पूरा करने के लिए एकजुट होते है तो पूरे पुट्टापर्थी जिले को श्री सत्य साईं बाबा की अगली जयंती तक डिजिटल बना दिया जाएगा।  प्रधानमंत्री ने कहा,  देखा गया परिवर्तन प्रत्येक सामाजिक वर्ग के योगदान का परिणाम है। ग्लोबल काउंसिल जैसे संगठन भारत के बारे में अधिक जानने और दुनिया से जुड़ने का एक प्रभावी माध्यम हैं।

श्री मोदी ने  खुशी जताई कि आज उनके मिशन का विस्तार हो रहा है और देश को साईं हीरा ग्लोबल कन्वेंशन सेंटर के नाम से एक नया प्रमुख कन्वेंशन सेंटर मिल रहा है। उन्होंने कहा, श्री सत्य साईं का आशीर्वाद और प्रेरणा आज हमारे साथ है।  उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि कि नया केंद्र आध्यात्मिकता और आधुनिकता के वैभव का अनुभव कराएगा।

केंद्र में सांस्कृतिक विविधता और एक वैचारिक भव्यता शामिल है। यह आध्यात्मिकता और शैक्षणिक कार्यक्रमों पर चर्चा का केंद्र बिंदु बन जाएगा और  विद्वानों और विशेषज्ञों का साथ मिलेगा।  प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई भी विचार तब सबसे प्रभावशाली होता है जब वह कार्रवाई के रूप में आगे बढ़ता है।

प्राचीन ग्रंथों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि संतों को बहते पानी की तरह माना जाता है क्योंकि वे कभी अपने विचार नहीं छोड़ते और अपने व्यवहार से कभी नहीं थकते। श्री मोदी ने कहा, संतों का जीवन उनके निरंतर प्रवाह और प्रयासों से परिभाषित होता है। उन्होंने कहा कि किसी संत का जन्मस्थान उसके अनुयायियों का निर्धारण नहीं करता है।

उन्होंने कहा, भले ही श्री सत्य साईं बाबा का जन्म पुट्टापर्थी में हुआ था, लेकिन उनके अनुयायी दुनिया भर में पाए जा सकते हैं और उनके संस्थानों और आश्रमों तक भारत के हर राज्य में पहुंचा जा सकता है।   प्रधानमंत्री ने कहा कि भाषा और संस्कृति से परे सभी भक्त प्रशांति निलयम से जुड़े हैं और यही इच्छा है जो भारत को एक सूत्र में पिरोकर इसे अमर बनाती है।

सेवा की शक्ति पर सत्य साईं का उद्धरण देते हुए श्री मोदी ने गुजरात में आए भूकंप के दौरान उनके मार्गदर्शन और मदद को याद किया। उन्होंने श्री सत्य साईं के अत्यंत दयालु आशीर्वाद को याद किया और कहा कि उनके लिए मानवता की सेवा ही ईश्वर की सेवा थी।  भारत जैसे देश में धार्मिक और आध्यात्मिक संस्थाएं हमेशा सामाजिक कल्याण के केंद्र में रही हैं, प्रधानमंत्री ने कहा, आज जब हम अमृत काल के संकल्पों के साथ विकास और विरासत को गति दे रहे हैं, तो सत्य साईं ट्रस्ट जैसी संस्थाओं की इसमें बड़ी भूमिका है।

उन्होंने आंध्र के लगभग 40 लाख छात्रों को श्री अन्ना रागी-जावा से बना भोजन उपलब्ध कराने की सत्य साईं सेंट्रल ट्रस्ट की पहल की सराहना की। श्री अन्ना के स्वास्थ्य लाभों को रेखांकित करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि अन्य राज्य भी इस तरह की पहल से जुड़ेंगे तो देश को काफी लाभ होगा। श्री मोदी ने कहा,  श्री अन्ना में स्वास्थ्य भी है, संभावनाएं भी हैं। श्री सत्य साईं सेंट्रल ट्रस्ट ने प्रशांति निलयम, पुट्टपर्थी में एक नई सुविधा, साईं हीरा ग्लोबल कन्वेंशन सेंटर का निर्माण किया है। प्रशांति निलयम श्री सत्य साईं बाबा का मुख्य आश्रम है।

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