बयानमुख्य समाचारराजनीति

राजनीतिक बयानबाजी में भ्रष्टाचार का मुद्दा चर्चा में

मोदी और शाह की बातों के बाद अरविंद केजरीवाल के दूसरा बयान

  • सारे भ्रष्टाचारी अब एक ही मंच पर आ गयेः मोदी

  • मोदी जी को फंसाने का दबाव मेरे ऊपर डालाः अमित शाह

  • सारे भ्रष्टाचारी तो अब एक ही पार्टी भाजपा में शामिल हो गये

राष्ट्रीय खबर

नईदिल्लीः अडाणी प्रकरण और फिर राहुल गांधी की सदस्यता जाने के बाद संसद में विपक्ष के जेपीसी गठन की मांग पर अड़े रहने के बाद बयानबाजी भी तेज हो गयी है। भाजपा सरकार के खिलाफ विपक्ष के नेताओं और सांसदों के विरोध प्रदर्शन के एक दिन बाद, पीएम मोदी ने पलटवार करते हुए उन पर भारतीय लोकतंत्र की नींव पर हमला करने का प्रयास करने का आरोप लगाया।

पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में भाजपा के नए कार्यालय के उद्घाटन के अवसर पर विपक्षी नेताओं पर आग उगलते हुए कहा था कि वे अपने विरोध प्रदर्शनों से भारत के संवैधानिक मूल्यों को निशाना बना रहे हैं। मार्च के अंतिम सप्ताह में, कई विपक्षी नेताओं ने गौतम अडानी और हिंडनबर्ग रिपोर्ट की संयुक्त संसदीय समिति की जांच की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें अरबपति उद्योगपति पर अन्य आरोपों के साथ कथित धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था।

विपक्ष ने केंद्र सरकार पर असंतुष्टों और विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जैसी संवैधानिक एजेंसियों का उपयोग करने का भी आरोप लगाया है। प्रधान मंत्री ने विरोध प्रदर्शन करने वालों पर भारत के विकास की नींव – इसके संवैधानिक मूल्यों और निकायों पर हमला करने का आरोप लगाया।

दूसरी तरफ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि गुजरात में एक कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फंसाने के लिए सीबीआई उन पर दबाव डाल रही थी, जब कांग्रेस नीत यूपीए सरकार के दौरान जांच एजेंसी उनसे पूछताछ कर रही थी।

श्री शाह ने एक कार्यक्रम में विपक्ष के इस आरोप पर एक सवाल के जवाब में कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार उन्हें निशाना बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। सीबीआई मुझ पर मोदी जी को फंसाने के लिए दबाव डाल रही थी। यह उस वक्त की घटना है जब श्री मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। सूरत की एक अदालत द्वारा आपराधिक मानहानि के मामले में राहुल गांधी को दोषी ठहराए जाने पर गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेता अकेले राजनेता नहीं हैं जिन्हें अदालत ने दोषी ठहराया और विधानमंडल की सदस्यता खो दी।

दूसरी तरफ अडाणी के जरिए नरेंद्र मोदी का पैसा वाला गंभीर आरोप लगाने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को आरोप लगाया कि सीबीआई-ईडी के छापे ने सभी भ्रष्ट लोगों को एक राजनीतिक दल में ला दिया है और जब केंद्र में भाजपा का शासन समाप्त हो जाएगा, तो देश भ्रष्टाचार मुक्त हो जाएगा।

दिल्ली विधानसभा में फिर से विश्वासमत हासिल करने के मौके पर श्री केजरीवाल ने कहा कि ईडी और सीबीआई ने सभी भ्रष्ट लोगों को एक मंच पर ला दिया है, केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ईडी और सीबीआई ने सभी भ्रष्ट लोगों को एक साथ कर दिया है। सारे भ्रष्ट लोग एक ही पार्टी में हैं।

भाजपा पर केंद्रीय एजेंसियों के इस्तेमाल का आरोप लगाते हुए केजरीवाल ने कहा कि भगवा पार्टी देश में लोकतंत्र को रौंदने का कोई मौका नहीं चूकती है। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि आप विधायकों को सीबीआई और ईडी के छापे मारने की धमकी दी गई और प्रत्येक को 25 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई, लेकिन कुछ भी उन्हें तोड़ नहीं सका।

केजरीवाल के समर्थन में आये विश्वासमत के प्रस्ताव को सदन ने बहुमत से पारित कर दिया जबकि मतदान के दौरान भाजपा के आठ विधायक अनुपस्थित रहे। केजरीवाल ने कहा सभी चोर और भ्रष्टाचारी एक पार्टी में हैं। एक बार भाजपा के लोग अपनी सरकार का शासन समाप्त होने के बाद जेल में होंगे, तो देश भ्रष्टाचार मुक्त हो जाएगा। प्रधानमंत्री के पास देश को आगे ले जाने का एक बड़ा अवसर था, लेकिन एक है देश में भय और लूट का माहौल है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button