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सिंगूर की कड़वाहट भूलाकर पश्चिम बंगाल में टाटा लौट रहा

  • टाटा की तरफ से सहमति मिल चुकी है

  • 41 लाख नये रोजगारों का सृजन होगा

  • नवंबर में उद्योपतियों का सम्मेलन होगा

राष्ट्रीय खबर

कोलकाताः पश्चिम बंगाल राज्य में टाटा की वापसी हो रही है। सिंगूर के जबर्दस्त आंदोलन की वजह से रतन टाटा अपनी परियोजना को रद्द कर दिया था। इस घटना के 15 साल बाद फिर से खड़गपुर में फैक्ट्री खोल रहे हैं। बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नवान्ना में एक औद्योगिक बैठक से बड़ा एलान किया।

झारखंड के टाटानगर से संगठन को स्थानांतरित करने के बाद टाटा हिताची खड़गपुर में एक कारखाना खोलने जा रही है। सिंगूर छोड़ने वाली टाटा समूह की तीन कंपनियों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार पर भरोसा करते हुए पिछले दस वर्षों में बंगाल में हजारों करोड़ रुपये का निवेश किया है। लाखों बेरोजगारों को रोजगार मिला है। टाटा हिताची खड़गपुर में एक फैक्ट्री खोलने जा रही है। इस दिन, मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि टाट्रा टाटानगर में कारखाना बंद करने जा रहे हैं और खड़गपुर में एक कारखाना खोलने जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में बड़ी संख्या में नौकरियों की घोषणा की। उन्होंने बुधवार को नवान्ना में उद्योगपतियों के साथ बैठक की। वहां उन्होंने सांख्यिकी के साथ लघु एवं मध्यम उद्योगों के क्षेत्र में प्रदेश की प्रगति पर प्रकाश डाला। ऐसे में उस क्षेत्र में राज्य की भविष्य की योजनाएं भी सामने आती हैं।

ममता ने बताया कि आने वाले दिनों में उस उद्योग में 41 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। नवान्ना में औद्योगिक प्रोत्साहन बोर्ड की बैठक में अन्य मंत्री भी थे। वहीं, ममता ने कहा, राज्य में 1 लाख 14 हजार करोड़ रुपये एमएसएमई सेक्टर को आवंटित किए गए हैं। भविष्य में उस उद्योग में 41 लाख लोगों को नई नौकरियां मिलेंगी।

ममता के मुताबिक राज्य में छोटे और मझोले उद्योगों में 1 करोड़ लोगों को रोजगार मिला हुआ है। इस संदर्भ में ममता ने बंटाला में चमनगरी का जिक्र किया। ममता ने कहा कि वर्ल्ड ट्रेड सेंटर का कोलकाता में कार्यालय है। मुख्यमंत्री ने इसे शहर के ताज में एक नया पंख बताया। उन्होंने कहा कि 30 हजार लोगों को काम मिलेगा।

उन्होंने समझाया, न केवल सरकारी क्षेत्र में, बल्कि निजी क्षेत्र में भी रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे। ममता ने बुधवार को अगले विश्व बंगाल व्यापार सम्मेलन की तारीख और समय की भी घोषणा की। सम्मेलन 21-23 नवंबर को होने जा रहा है। औद्योगिक सम्मेलन से पहले मुख्यमंत्री ने प्रदेश में 4-5 रोड शो करने का आदेश दिया है।

इसके अलावा उन्होंने मंत्रियों शशि पांजा और चंद्रिमा भट्टाचार्य को राज्य में औद्योगिक और आर्थिक गलियारों को बढ़ावा देने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने सूचना एवं पर्यटन विभाग के होर्डिंग्स पर विभिन्न उद्योगों और आर्थिक गलियारों को उजागर करने वाले अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। उद्योग में पश्चिम बंगाल की स्थिति पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने राज्य के मेट्रो कोच निर्माण उद्योग, वैगन उद्योग, खड़गपुर में टाटा-हिताची कारखाने पर भी प्रकाश डाला।

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