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भारत-यूएई समझौते से प्रगाढ़ हुए द्विपक्षीय संबंध : मोदी

दोनों देशों का समझौता होने के बाद से लगातार बढ़ रहा है भारतीय निर्यात

  • दुबई में विशेष कार्यक्रम का भी हुआ आयोजन

  • दोनों देशों के दो सौ उद्योगपति हुए इसमें शामिल

  • आपसी व्यापार से लागत भी कम करने का फायदा

नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि एक वर्ष पहले हुए भारत- संयुक्त अरब अमीरात(यूएई) मुक्त व्यापार समझौते से भारतीय उद्यमियों को बढ़ावा मिला है और खाड़ी देश के साथ द्विपक्षीय संबंध भी गहरे हुए हैं।

श्री मोदी ने एक ट्वीट में कहा, यूएई के साथ सीईपीए ने भारतीय उद्यमियों को बढ़ावा दिया है और यूएई के साथ हमारे संबंधों को भी गहरा किया है। भारत-यूएई व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) पर 18 फरवरी, 2022 को श्री मोदी और यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के बीच एक आभासी शिखर सम्मेलन के दौरान हस्ताक्षर किए गए थे।

वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने एक ट्वीट में कहा दोनों पक्षों को भारत-यूएई सीईपीए पर हस्ताक्षर किए हुए एक वर्ष हो गया है। उन्होंने यूएई के विदेश व्यापार राज्य मंत्री थानी बिन अहमद अल जायौदी के साथ संयुक्त रूप से लिखे एक लेख को भी संलग्न किया जिसमें बताया कि यह समझौता दोनों देशों के आर्थिक संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ है और उस सीमा पार सहयोग के लिए एक मॉडल पर भी प्रकाश डाला ।

फेडरेशन आॅफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा भारतीय दूतावास, अबू धाबी, भारत के महावाणिज्य दूतावास, दुबई और दुबई चैंबर्स के सहयोग से शुक्रवार को दुबई में एक विशेष व्यावसायिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सीईपीए पर हस्ताक्षर होने के एक वर्ष सफलतापूर्वक पूरे हो जाने के उपलक्ष्य में यह आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में भारत और यूएई के 200 से अधिक प्रमुख उद्यमियों ने भाग लिया।

यूएई के विदेश व्यापार राज्य मंत्री ने कहा कि सीईपीए के साथ भारत और यूएई संभावित व्यापक वैश्विक सहयोग के लिए एक मंच प्रदान कर रहे हैं। चूंकि समझौते पर एक वर्ष पहले हस्ताक्षर किए गए थे, इसलिए यूएई और भारत ने ऊर्जा एवं जलवायु परिवर्तन को रोकने में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए आई2यू2 कार्यक्रम और फ्रांस के साथ हाल ही में एक त्रिपक्षीय समझौते सहित कई पहलें शुरू की हैं।

ये साझेदारियां दोनों देशों के लिए आर्थिक अवसरों तक नई पहुंच बनाती हैं। आई2यू2 समूह – जिसमें भारत, इजरायल, संयुक्त अरब अमीरात और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं – पश्चिम एशिया में एक नए गठबंधन के रूप में उभर रहा है।

यूएई मंत्री ने हस्ताक्षर की पहली वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए एक कार्यक्रम में कहा कि  सीईपीए सौदा उत्पाद-लाइनों के 80 प्रतिशत से अधिक टैरिफ को कम करके और सेवा निर्यात और निवेश प्रवाह के लिए नए अवसर पैदा करके हमारी महत्वाकांक्षाओं को दर्शाने के लिए संपन्न हुआ था। व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते के तहत 10 साल के भीतर 10,000 से अधिक टैरिफ लाइनों पर शुल्क हटा दिया जाएगा।

यूएई के अबू धाबी में भारत के राजदूत संजय सुधीर ने कहा, यह एक शानदार तरीका है। हमारे पास अप्रैल से नवंबर 2022 की अवधि के आंकड़े पहले से मौजूद हैं। हम पहले ही द्विपक्षीय व्यापार में लगभग 30 प्रतिशत की वृद्धि देख चुके हैं। भारत का निर्यात करीब 19-20 फीसदी बढ़ा है।

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