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सात हजार मजदूरों को नकद वेतन देता हूंः विधायक

  • जिला के सबसे बड़े करदाता हैं वह

  • आयकर विभाग को पूरा हिसाब देंगे

  • बीएसएफ से घेरकर तलाशी पसंद नहीं

राष्ट्रीय खबर

कोलकाताः तृणमूल कांग्रेस ने अपने विधायक जाकिर हुसैन का जोरदार तरीके से समर्थन किया है। पार्टी ने साफ तौर पर कहा है कि यह हर कोई जानता है कि वह एक बहुत बड़े उद्योगपति हैं। उनके यहां काम करने वाले मजदूरों का वेतन ही रखा हुआ था। जिसमें 11 करोड़ रुपये बरामद किये जाने का प्रचार आयकर विभाग कम और भाजपा वाले ज्यादा कर रहे हैं।

इस बीच आयकर की तलाशी समाप्त होने के बाद विधायक और राज्य के पूर्व मंत्री ने भी तीखा तेवर अपनाया है। उन्होंने कहा कि सभी यह बात जानते हैं कि मजदूरों को नकद पैसा देना पड़ता है। उनके सारे प्रतिष्ठानों को मिलाकर सात हजार मजदूर काम करते हैं।

इसके अलावा राइस मिल में धान पहुंचाने वाले किसानों को भी हर सप्ताह नकद में ही भुगतान करना पड़ता है। सभी प्रतिष्ठानों में काम करने वाले मजदूरों के भोजन का पैसा भी देना पड़ता है। यह सब कुछ नकद के पैसे से ही होता है। इसलिए व्यापारी के घर में पैसा नहीं रहेगा, यह बात समझ से बाहर है।

उन्होंने कहा कि आयकर वाले चुपके से भाजपा को जो जानकारी दे रहे हैं, उन्हें यह सच्चाई भी बताना चाहिए था कि वह पिछले कितने वर्षों से नियमित आयकर का भुगतान करते आ रहे हैं और जिला में सबसे अधिक आयकर का भुगतान करते हैं अथवा नहीं। ऐसा नहीं कर आयकर के बदले भाजपा की तरफ से सूचनाएं सार्वजनिक की जा रही है। इससे साफ है कि दरअसल आयकर विभाग की भाजपा के सहयोगी संगठन की तरह काम कर रहा है।

हुसैन ने कहा कि इस तरीके से व्यापारियों को प्रताड़ित किया गया तो व्यापारी ही बंद कर देना पड़ेगा। वैसे आयकर विभाग ने उनसे पैसे का हिसाब मांगा है। यह हिसाब भी वह अपने वकील के माध्यम से आयकर विभाग के कोलकाता कार्यालय को भेज देंगे।

उन्होंने कहा कि ग्रामीण समाज और अर्थव्यवस्था में नकदी का ही प्रचलन है। समय पर पैसा नहीं मिलने से मजदूर और किसान नाराज होते हैं। इन सभी को हर सप्ताह के अंत में नकद भुगतान करना पड़ता है। दूसरी तरफ बीड़ी कारखाना के कच्चा माल की खरीद भी नकद में ही होती है।

यही सारा पैसा घर में रखा हुआ था। जाकिर हुसैन ने दावा किया कि उनके घर में मौजूद पूरे पैसे का वह हिसाब देंगे और आयकर वालों को भी उन्होंने यही बात कही है। उनके मुताबिक आयकर विभाग ने सारे दस्तावेज जमा करने को कहा है। वैसे जाकिर हुसैन आयकर विभाग की तलाशी के तौर तरीके पर खुले तौर पर नाराज हैं।

बीएसएफ से पूरा घर घेरने पर उन्हें एतराज है। उन्होंने कहा कि जिला का सबसे बड़ा करदाता होने के बाद भी आयकर विभाग ने जिस तरीके से कार्रवाई की, उससे साफ है कि वे किसी दूसरे के इशारे पर सारा काम कर रहे थे। उन्होंने इसी क्रम में यह भी साफ कर दिया है कि आयकर विभाग जो पैसा अपने साथ ले गया है, उसे वापस लेने के लिए भी वह अदालत में याचिका दायर करने वाले हैं।

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