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त्रिपुरा में जन विश्वास रथयात्रा को रवाना किया
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चुनावी रण की तैयारियों का औपचारिक शुभारंभ
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कुशासन की जगह सुशासन भाजपा की देन है यहां
भूपेन गोस्वामी
गुवाहाटी: 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अभी चुनावी युद्ध त्रिपुरा में गृह मंत्री अमित शाह ने आज शुरू की है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को त्रिपुरा के धर्मनगर में एक जनसभा को संबोधित किया।
इस दौरान शाह ने विरोधी दलों को आड़े हाथ लिया। शाह ने कहा कि कम्युनिस्ट सरकार त्रिपुरा के कर्मचारियों को 5वें वेतन आयोग में समेटकर बैठी थी और बिप्लब भाई ने उनको 7वां वेतन आयोग दिया। कांग्रेस के अस्तित्व देश में समाप्त हो गई है और कम्युनिस्ट के अस्तित्व दुनिया में समाप्त हो गई है।
अमित शाह ने कहा कि हमने एनएलएफटी के साथ शांति वार्ता के जरिये त्रिपुरा में उग्रवाद को खत्म किया। आपका प्यार बताता है कि अगली सरकार बीजेपी की बनने वाली है। लगभग 3 दशक तक कम्युनिस्टों ने यहां शासन किया लेकिन त्रिपुरा की समस्याओं का समाधान नहीं किया।
कम्युनिस्ट सरकार ने त्रिपुरा के कर्मचारियों को 5वें वेतन आयोग में समेटकर बैठी थी और बिप्लब भाई ने उनको 7वां वेतन आयोग दिया।अमित शाह ने कहा कि कभी नशीले पदार्थों की तस्करी, हिंसा, घुसपैठ और बड़े पैमाने पर राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों के लिए जाना जाने वाला त्रिपुरा अब अपने विकास, उत्कृष्ट बुनियादी ढांचे, खेल में उपलब्धियों, बढ़ते निवेश और जैविक कृषि गतिविधियों के लिए जाना जाता है।
हमने अंधकार की जगह अधिकार दिया है, विनाश की जगह विकास दिया है, विवाद की जगह विश्वास दिया है, कुशासन की जगह सुशासन दिया है, और दुविधा की जगह सुविधा देने का काम भारतीय जनता पार्टी ने किया है। बता दें कि शाह गुरुवार दोपहर त्रिपुरा की राजधानी अगरतला पहुंचे। शाह को बुधवार शाम को यहां पहुंचना था, लेकिन घने कोहरे के कारण विमान की लैंडिंग गुवाहाटी में करानी पड़ी।
केंद्रीय गृह मंत्री ने जन विश्वास रथ यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है।यह जन विश्वास रथ यात्रा कार्यकर्ताओं तक पहुंचने और 2018 में सरकार के गठन के बाद से भाजपा सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों को बताने के लिए सभी निर्वाचन क्षेत्रों में जाएगी। यात्रा को इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा की एक प्लान के रूप में देखा जा रहा है।
12 जनवरी तक चलने वाली इस यात्रा में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल होंगे।बता दें कि आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राज्य सरकार की उपलब्धियां बताने के मकसद से ‘जन विश्वास यात्रा’ सभी 60 निर्वाचन क्षेत्रों से गुजरते हुए 1,000 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। यात्रा 12 जनवरी को समाप्त होगी और इसके तहत कुल 100 रैलियां और रोड शो आयोजित किए जाएंगे।