-
बादाम की तरह फोड़ डालेंगे इन हथियारों को
-
अमेरिकी सैन्य सहायता 1.85 बिलियन डॉलर की
-
पेट्रियॉट को अमेरिका अत्याधुनिक हथियार बता रहा
कियेबः रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के एक बयान के बाद अमेरिका और रूस फिर से अपने हथियारों की श्रेष्ठता पर उलझ गये हैं। यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच ही वहां के राष्ट्रपति अमेरिका गये हैं और उन्होंने अमेरिका से और हथियारों की मांग की है। समझा जाता है कि अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन उन्हें निराश नहीं करने जा रहे हैं।
इसके बीच ही रूसी राष्ट्रपति ने मजाक के लहजे में कहा है कि दरअसल अमेरिका ने यूक्रेन को जो पेट्रियॉट मिसाइल रक्षा प्रणाली दी है, वह आज के दौर में पुरानी पड़ चुकी है। अमेरिका द्वारा यह हथियार यूक्रेन को उपलब्ध कराये जाने की चर्चा के बीच ही उन्होंने यह बयान दिया है। पुतिन ने कहा है कि रूस के एस 300 सरफेस टू एयर मिसाइल की तुलना में यह पुरानी पड़ चुकी अमेरिकी हथियार है।
उन्होंने कहा कि इस किस्म का हथियार देकर अमेरिका सिर्फ युद्ध को लंबा खींचना चाहता है ताकि उसके हथियारों का कारोबार चलता रहे। यूक्रेन को यह हथियार मिलने के बाद रूसी सेना उन्हें बादाम की तरह फोड़ देगी। अमेरिका ने अपनी तरफ से इसे सबसे आधुनिक हथियार प्रणाली होने का दावा किया है।
अमेरिका सचिव एंटोनी ब्लिंकन ने यूक्रेन को 1.85 बिलियन डॉलर की सैन्य सहायता में यह मिसाइल देने की भी बात कही है। अमेरिका का यह एलान यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन की मुलाकात के बाद आया है। युद्ध प्रारंभ होने के बाद पहली बार यूक्रेन के राष्ट्रपति देश से बाहर निकले हैं।
वैसे यूक्रेन को यह हथियार देने के प्रस्ताव का कुछ नाटो के देशों ने विरोध किया था। पहली बार अमेरिकी फौज इस हथियार के लिए भी यूक्रेन की सेना को प्रशिक्षण देगी। चर्चा है कि यह प्रशिक्षण जर्मनी में दिया जाएगा। दूसरी तरफ इस दावे के बाद ही ब्लादिमीर पुतिन ने इस हथियार की खिल्ली उड़ायी है।
पुतिन के इस बयान के बाद अमेरिका की तरफ से यह कहा गया है कि बिना पेट्रियॉट हथियार के ही यूक्रेन की सेना ने 40 में से 37 रूसी मिसाइल मार गिराये हैं। इसलिए पेट्रियॉट वहां तैनात होने के बाद रूस को इसकी ताकत का अंदाजा होगा। इसके पहले भी कम दूरी के हथियार मिलने के बाद यूक्रेन की सेना ने रूसी सेना का क्या हाल किया है, यह सारी दुनिया देख रही है।