राष्ट्रीय खबर
नईदिल्लीः दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर फिर हमला बोला है। इस बार उन्होंने हर बात में अमेरिकी की दुहाई देने वालों से कहा है कि अमेरिका के वाशिंगटन में भी लोगों को मुफ्त में नागरिक परिवहन की सेवा उपलब्ध करायी जाती है, इस पर भाजपा वालों का क्या कहना है।
दरअसल सबसे पहले नरेंद्र मोदी ने मुफ्त की रेवड़ी का उल्लेख कर इस विवाद की शुरूआत की थी। दिल्ली में लोगों को मुफ्त शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा देने के बाद महिलाओं के लिए मुफ्त बस सेवा को लेकर भाजपा की तरफ से यह हमला किया गया था। अब गुजरात चुनाव में आम आदमी पार्टी के पांच विधायकों की जीत के बाद भी वह राष्ट्रीय पार्टी बनने की तरफ बढ़ चुकी है। साथ ही खुद नरेंद्र मोदी यह समझ चुके हैं कि इस पार्टी से उन्हें भविष्य में गुजरात में चुनौती मिलने जा रही है।
चुनावी आंकड़ों पर गौर करें तो चुनाव आयोग के आंकड़े बताते हैं कि इस बार भारतीय जनता पार्टी ने 156 सीटों पर जीत हासिल की। कांग्रेस को 17 और आम आदमी पार्टी को पांच सीटों से ही संतोष करना पड़ा। चुनाव में 119 सीटें ऐसी थीं, जहां कांग्रेस दूसरे नंबर पर थी और इनमें से 37 सीटों पर आम आदमी पार्टी तीसरे नंबर पर थी। इनमें से छह सीटों पर जीत हार का अंतर पांच हजार से कम मतों का था, जबकि 10 सीटों पर 15 हजार का फासला था। अन्य सभी सीटों पर कांग्रेस 15 हजार से भी ज्यादा मतों से चुनाव हार गई। आंकड़े बताते हैं कि अगर आम आदमी पार्टी चुनाव में नहीं होती तो कांग्रेस को 10 से 20 सीटों का फायदा मिल सकता था। हालांकि, ये तभी होता जब आम आदमी पार्टी का पूरा वोट कांग्रेस को ट्रांसफर हो जाता।
इसलिए अऱविंद केजरीवाल ने गुजरात के पांच विधायकों को अपने पाले में रखने की कवायद में सफलता के बाद फिर से भाजपा को सवालों से घेरा है। उन्होंने कहा है कि वाशिंगटन में जनता को मुफ्त बस सेवा दिये जाने के फैसलो को भी क्या भाजपा वाले मुफ्त की रेवड़ी मानते हैं।
उन्होंने फिर से दोहाराया है कि जनत पर करों का कोई अतिरिक्त बोझ डाले बिना ही अगर जनता की सेवा में नई नई सुविधाएं जोड़ी जा रही है तो इसमें गलती क्या है। आखिर सरकार का काम तो जनता की सेवा करना ही है। दरअसल नरेंद्र मोदी ने उत्तरप्रदेश में बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का उदघाटन करते हुए कहा कि अगर वोट के लिए मुफ्त की रेवड़ी बांटे गये तो राष्ट्रीय स्तर पर जो विकास हो रहा है, उसके लिए पैसा कहां से आयेगा। उन्होंने देश को इस मुफ्त की रेवड़ी वाली संस्कृति से बाज आने की बात कही थी।
दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी ने सीएजी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए दिल्ली को मुनाफे के बजट में चलने वाली एकमात्र सरकार बताते हुए बार बार यह प्रचार किया कि दरअसल सरकारी भ्रष्टाचार की वजह से ही सरकारों में धन की कमी होती है। दिल्ली पहले कर्ज से डूबा था। अब आम आदमी पार्टी की सरकार में न तो दिल्ली पर कर्ज है, ना ही दिल्ली में कर बढ़ाये गये हैं। इसके बाद भी यहां की सरकार मुनाफे में है। उसी मुनाफा से जनता को सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है, इसमें गलती क्या है। इसी दिल्ली मॉडल के प्रचार से इस सबसे नई पार्टी ने पंजाब का चुनाव जीत लिया है और अब गुजरात में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी है।
केजरीवाल ने फिर से दोहराया है कि मंत्रियों और निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को मिलने वाली मुफ्त की बिजली और अन्य सेवा क्या है। अगर जनता को वही सुविधाएं वह उपलब्ध करा रहे हैं तो इसमें केंद्र सरकार को परेशानी क्या है। अब केजरीवाल ने वाशिंगटन के साथ साथ बोस्टन, डेनेवर जैसे अमेरिकी शहरो में भी नागरिकों के लिए मुफ्त बस सेवा का उल्लेख कर भाजपा को फिर सवालों के घेरे में ला खड़ा किया है।