कियेबः रूसी सेनी की तरफ से आज फिर यूक्रेन के कई ठिकानों पर हमला किया गया। इस बार भी रूसी मिसाइल यूक्रेन के आवश्यक संरचनाओँ पर गिरे हैं। इसकी वजह से कई स्थानों पर बिजली बाधित हो गयी है। यह हमला तब हुआ है जब यूक्रेन के युद्ध विशेषज्ञ यह दावा कर रहे हैं कि अब रूस के पास गोला बारूद की भारी कमी हो गयी है।
ताजा हमले में भी दो लोगों की मौत और कई अन्य के घायल होने की जानकारी मिली है। वैसे रूसी सेना का लक्ष्य बिजली आपूर्ति को बाधित करना है, यह फिर से स्पष्ट हो गया है। कड़ाके की ठंड और लगातार हो रही बर्फवारी के बीच इस मौसम को भी रूस ने अपना हथियार बना लिया है।
यूक्रेन के डिफेंस इंटैलिजेंस के प्रमुख आंद्रेई यूसोव ने कहा कि अब रूस के पास ऐसे मिसाइल बहुत कम बचे हैं और उनके कम होते भंडार के बीच ही यह हमला दरअसल नागरिकों ठिकानों पर ही किया जा रहा है। उनके मुताबिक अब रूस लगातार मिसाइल दागने की ताकत में ही नहीं रह गया है। इसके बाद भी रूस के पास अब भी एस 300 मिसाइलों का भंडार है, जो काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
इस बीच रूसी सीमा के भीतर भी कई स्थानों पर विस्फोट होने की अपुष्ट जानकारी मिली है। इधर यूक्रेन के दो शहर ओडेसा और क्राइवि रिह पूरी तरह अंधेरे में है। वहां पर लोगों को पानी भी नहीं मिल पा रहा है। वहां की आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गयी है।
इस बीच यूक्रेन की सेना की तरफ से यह दावा किया गया है कि उनलोगों ने डोनेस्क पर हमला किया है। रूसी सेना की तरफ से इस हमले की पुष्टि की गयी है और कहा गया है कि इससे दो भवनों में आग लग गयी थी। युद्ध के बीच यूक्रेन के कई इलाको में बिजली की सप्लाई बाधित होने की वजह से लोग परेशान हो रहे हैं, यह साफ हो गया है। इस मौसम में बिजली नहीं होने की वजह से लोगों की परेशानियां चारगुणा बढ़ गयी है। यूक्रेन के लोग लगातार इस बिजली व्यवस्था को बहाल करने की दिशा में भरसक प्रयास कर रहे हैं।