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दो दिवसीय बैठक के बाद प्रेस से मिले पार्टी के नेता
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मोदी सरकार कॉरपोरेटों के इशारे पर काम करती है
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जल, जंगल और जमीन की हिफाजत करेगी पार्टी
राष्ट्रीय खबर
रांचीः भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी झारखंड राज्य परिषद के दो दिवसीय बैठक 7, 8 नवंबर 2022 को सीपीआई राज्य कार्यालय अल्बर्ट एक्का चौक रांची में राष्ट्रीय परिषद के सदस्य कन्हाई माल पहाड़िया की अध्यक्षता में हुई। बैठक में मुख्य रूप से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान , पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता राज्य सचिव महेंद्र पाठक उपस्थित थे।
सर्वप्रथम बिहार विधान पार्षद केदारनाथ पांडे ,ओम प्रकाश मिश्रा ,पूर्व सांसद मजदूर नेता बासुदेव आचार्य , सहित गुजरात पुल हादसा में मरे लोगों को 2 मिनट के मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई एवं उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की गई। सर्वसम्मति से सांगठनिक राजनीतिक एवं आगे की आंदोलन पर रणनीति बनाई गई।
राज्य में मजबूत कम्युनिस्ट पार्टी के निर्माण के लिए लगातार जल जंगल जमीन के सवाल पर आंदोलन चलाने की फैसले लिए गए। प्रेस वार्ता में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान ने कहा कि केंद्र की सरकार लगातार कारपोरेट घराने के इशारे पर काम कर रही है। परिणाम स्वरूप लोगों की क्रय क्षमता समाप्त हो चुका। केवल जीएसटी एवं विश्व बैंक एवं विदेशी कर्ज के बल पर देश को चलाया जा रहा है।
देश में गरीबी ,भुखमरी, बेकारी ,बेरोजगारी, चरम पर है, तो दूसरी तरफ महंगाई सर चढ़कर बोल रहा है। देश के बड़े-बड़े उद्योगपतियों की पूंजी कई गुना की बढ़ोतरी में चली गई। लेकिन देश के लोग कंगाली की स्थिति में है। ऐसी परिस्थिति में आने वाले दिन 2024 भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल करने के लिए तमाम धर्मनिरपेक्ष दलों को एक मंच पर आकर के काम करना चाहिए और भाजपा को सत्ता से बाहर करना चाहिए।
पूर्व सांसद भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी 1932 की खतियान के सवाल पर झारखंड मुक्ति मोर्चा को समर्थन करती है। परंतु राज्य के कई जिलों में अलग-अलग सर्वे खतियान का काम हुआ है। उन सभी लोगों को समाहित करना चाहिए तो दूसरी तरफ जो भूमिहीन लोग हैं जिनका कहीं कोई खतियान में नाम नहीं है घुमंतू के तरह राज्य में जहां कहीं जंगलों में डेरा डाले हुए हैं वैसे लोगों को भी स्थानीयता का लाभ मिले।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव महेंद्र पाठक ने कहा कि राज्य में खनिज संपदा के दोहन को रोकने के लिए, विस्थापन आयोग के गठन के लिए, राज्य में भूमि अधिग्रहण कानून 2013 को लागू कराने के लिए और जल जंगल जमीन की हिफाजत के लिए पार्टी राज्य में सघन जनसंपर्क अभियान चलाकर जन आंदोलन को विकसित करेगी। जिसकी शुरुआत भगवान बिरसा मुंडा के जयंती के अवसर पर 15 नवंबर से चलो गांव की ओर गांव-गांव घर-घर अभियान के तहत भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मनाते हुए जल जंगल जमीन की हिफाजत की बात करेगी।
10 दिसंबर से 22 दिसंबर तक राज्य के सभी प्रखंड मुख्यालयों में आक्रोश प्रदर्शन एवं 26 दिसंबर को पार्टी के स्थापना दिवस सभी शाखाओं में धूमधाम से मनाया जाएगा ।10 जनवरी से लेकर 22 जनवरी तक सभी जिला मुख्यालयों में आक्रोश प्रदर्शन किया जाएगा ।सारे कार्यक्रमों की सफलता के लिए गांव-गांव घर-घर अभियान के तहत सघन जनसंपर्क अभियान छोटी-बड़ी आमसभा मीटिंग छोटी बड़ी जीबी मीटिंग के माध्यम से आम जनता को जागरुक कर लामबंदी की जाएगी।
बैठक में सर्वसम्मति से मजबुत कम्युनिस्ट पार्टी बनाने का संकल्प लिया गया। बैठक में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान, पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ,राज्य सचिव महेंद्र पाठक ,राष्ट्रीय परिषद के सदस्य पीके पांडे ,महादेव राम ,कन्हाई माल पहाड़िया ,पशुपति कॉल ,अजय कुमार सिंह ,सूरज पद सिंह, रुचिर तिवारी प्रकाश रजक, सुजीत घोष ,बाबूलाल झा ,गणेश सिंह, सूरज पथ सिंह ,जितेंद्र सिंह , विष्णु कुमार ,राजेंद्र प्रसाद, घने नाथ चौधरी ,डॉक्टर बी एन ओहदार, राजकुमार राम, छाया कॉल, दीप नारायण यादव , अंबुज ठाकुर,लखन लाल महतो ,मेमन यादव, शंभू कुमार, सोनिया देवी, राजेंद्र रविदास सहित राज्य परिषद के सभी सदस्य उपस्थित थे।