किसान आंदोलन के अगले चरण में कमर कस कर जुटे किसान
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ट्रैक्टर और ट्रॉलियों का विशाल जत्था है
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इस प्रदर्शन में मजदूर भी हो रहे शामिल
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ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों के शोषण का विरोध
फगवाड़ाः किसान मजदूर मोर्च (केएमएम) के समन्वयक सरवन सिंह पंधेर ने गुरुवार को बताया कि केएमएम और एसकेएम (गैर राजनीतिक) के प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार माझा क्षेत्र से ट्रैक्टर/ट्रॉलियों का एक बड़ा जत्था गुरुवार को शंभू बॉर्डर पर पहुंचेगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर गांव सपरोड़ के निकट आज भारतीय किसान यूनियन दोआबा के अध्यक्ष मनजीत सिंह राय और महासचिव सतनाम सिंह साहनी की मौजूदगी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री पंधेर ने कहा कि शंभू और खनौरी सीमा पर चल रहा विरोध प्रदर्शन केवल किसानों का ही नहीं बल्कि मजदूरों/श्रमिकों का भी है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विभिन्न कॉरपोरेट्स की ऑनलाइन शापिंग साइटें किसानों से बहुत कम कीमत पर फसल खरीदकर उन्हें ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर 10 गुना कीमत पर बेचकर किसानों को लूट रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार की साजिश है कि वह खेती को कॉरपोरेट जगत के हाथों में सौंप दे उन्होंने कहा कि किसान केवल किसानों के ही नहीं, बल्कि मजदूरों, छोटे दुकानदारों और छोटे कारोबारियों के अधिकारों के लिए भी लड़ रहे हैं, जिन्हें कॉरपोरेट और सरकार खत्म करने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि वे बेरोजगारी, 200 दिन काम के मुद्दे उठा रहे हैं। मनरेगा मजदूरों सहित विभिन्न सामाजिक मुद्दों के कारण पंजाब को सामूहिक रूप से शंभू और खनौरी सीमा पर चल रहे विरोध प्रदर्शन का समर्थन करना चाहिए। उन्होंने पंजाब के लोगों से अपील की कि वे पंजाब के प्रत्येक गांव से एक ट्रैक्टर/ट्रॉली और 10/15 सदस्यों को लामबंद करके उनके विरोध प्रदर्शन का समर्थन करें।
मीडिया को संबोधित करते हुए श्री राय ने कहा कि केएमएससी कार्यकर्ताओं का एक बड़ा जत्था आज शंभू बॉर्डर पर पहुंचेगा, उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार लगातार यह दावा कर रही है कि हरियाणा की सीमाओं पर केवल कुछ किसान बैठे हैं, लेकिन आज एक बड़ा जत्था शंभू बॉर्डर पर पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को उनकी मांगों पर तुरंत सहमति देनी चाहिए, अन्यथा आने वाले दिनों में पंजाब भर से ट्रैक्टर-ट्रॉलियां शंभू और खनौरी बॉर्डर की ओर कूच करेंगी ।