शराब की खाली बोतलें बाड़ पर लटकायी गयी
बांग्लादेश की आपत्तियां केंद्र के निर्देश पर अनसुनी की जा रही
राष्ट्रीय खबर
कूचबिहारः केंद्र के साफ निर्देश के बाद अब सीमा सुरक्षा बल अपने तरीके से काम कर रही है। बीएसएफ ने वहां के बाड़ों पर लटकी खाली शराब की बोतलों को हथियार बनाया है। भारत और बांग्लादेश की सीमा पर लगी कांटेदार तार की बाड़ पर कई स्थानों पर कांच की बोतलें लटकी हुई दिखाई दे रही हैं।
बांग्लादेश की तरफ, स्थानीय ग्रामीणों और बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश का कहना है कि बीएसएफ के सदस्यों ने कांच की बोतलें लटकाईं। उत्तरी बांग्लादेश के लालमोनिरहाट जिले में पटग्राम सीमा से कुछ तस्वीरें दिखाती हैं कि कांच की बोतलें वास्तव में खाली शराब की बोतलें हैं। स्थानीय सूत्रों का कहना है कि दोपहर के आसपास बुधवार को भारत के कूच बिहार बॉर्डर पर जिले के बीएसएफ कैंप के कुछ सीमा रक्षकों ने कंटीले तारों की बाड़ पर खाली कांच की बोतलें टांग दीं।
पटग्राम बॉर्डर पर हाल ही में लगाई गई कंटीले तारों की बाड़ पर सिर्फ खाली बोतलें ही नहीं हैं, बल्कि ये भी एक मुद्दा है। बीएसएफ अधिकारियों का कहना है कि कई सीमा बाड़ों पर कांच की बोतलें बिखरी पड़ी हैं। दक्षिण बंगाल में पेट्रापोल सीमा चौकी के पास भी खाली कांच की बोतलें देखी गई हैं, जहां बीएसएफ ने सिंगल-रो फेंसिंग लगाई है। 51 बीजीबी कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल सेलिम ने एल्डीन से कहा, यह कोई नया मुद्दा नहीं है। उन्होंने बोतलों को सुरक्षा के लिए बाड़ पर लटका दिया। इसीलिए उन्होंने इस सुरक्षा का प्रयोग किया।
बताया जा रहा है कि बुधवार दोपहर को भारत के कूच बिहार जिले में स्थित बीएसएफ कैंप के कुछ सीमा प्रहरियों ने कंटीले तारों की बाड़ पर खाली कांच की बोतलें लटका दी थीं। ऐसा नहीं है कि पटग्राम सीमा पर नवनिर्मित कांटेदार तार की बाड़ पर सिर्फ खाली बोतलें ही पड़ी हैं। बीएसएफ अधिकारियों का कहना है कि कई सीमा बाड़ों पर कांच की बोतलें लटकी हुई हैं।
दक्षिण बंगाल में पेट्रापोल सीमा चौकी के पास बीएसएफ द्वारा लगाई गई एक पंक्ति वाली बाड़ के पास भी खाली कांच की बोतलें देखी गई हैं। बीएसएफ के एक अधिकारी ने कहा, अगर कोई बाड़ को काटने या उसे हिलाने की कोशिश करता है, तो कांच की बोतल से उस पर हमला हो सकता है। शोर न मचाएं, नहीं तो यह गिरकर टूट जाएगा। ऐसी व्यवस्था की गई है कि पास में मौजूद बीएसएफ गार्ड को उस आवाज से सतर्क किया जा सके। यह दिन की अपेक्षा रात के अंधेरे में सुरक्षाकर्मियों को सतर्क रखने में अधिक प्रभावी है।