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बीएसएफ ने गोलियां चलायी तो भाग निकले अपराधी

बांग्लादेश सीमा पर तस्करों ने सुरक्षा टुकड़ी पर हमला किया

  • पहले से ही एकत्रित हो रही थी भीड़

  • जवाबी कार्रवाई के बाद भाग गये

  • बाड़ लगाने के दौरान तनाव

राष्ट्रीय खबर

मालदाः यहां की बांग्लादेश सीमा पर हालात अब भी पूरी तरह सामान्य नहीं है। इसके बीच ही सीमा पार के बदमाशों ने बीएसएफ पर हमला किया, जवाबी गोलीबारी की और सीमा पार कर गए। बीएसएफ जवानों ने हवा में दो राउंड फायरिंग की। गोलियों की आवाज सुनने से पहले ही बदमाशों ने धारदार हथियारों से बीएसएफ जवानों पर हमला कर दिया।

बीएसएफ ने जान बचाने के लिए दो गोलियां चलाईं। इसके बाद उस क्षेत्र में और अधिक सैनिक एकत्र हो गए। कई लोग बांग्लादेश की ओर भाग गए। जो भारतीय सीमा में थे, वे छिप गए हैं। पिछले कुछ दिनों से बंगाल में बांग्लादेश सीमा पर कंटीले तार लगाने को लेकर बीएसएफ और बीजीबी के बीच टकराव चल रहा है।

शुक्रवार को मालदा के शुकदेवपुर और कूचबिहार के मेखलीगंज में भी समस्याएं उत्पन्न हुईं। लेकिन आज, शनिवार को बीएसएफ पर हमला हुआ। इस बार तस्करों ने दूसरी तरफ घुसने के लिए हमला कर दिया। और इसी वजह से मालदा में भारत-बांग्लादेश सीमा पर गोलीबारी शुरू हो गई। सीमावर्ती क्षेत्रों में व्यापक तनाव फैल गया।

बताया गया है कि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। बांग्लादेशी तस्करों पर मालदा में बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ जवानों पर हमला करने का आरोप लगा है। इस बीच, मालदा के नवादा चौकी पर बीएसएफ बटालियन नंबर 119 ड्यूटी पर है। उन पर कथित तौर पर हमला किया गया। बीएसएफ जवानों को अपनी जान बचाने के लिए गोली चलानी पड़ी। और बीएसएफ द्वारा पीछा किये जाने पर अपराधी बांग्लादेश की ओर भाग गये।

मालदा में भारत-बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठियों को रोकने की कोशिश करते समय तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई। वे घुसपैठिये बीएसएफ जवानों की ओर दौड़े। बांस-बल्लियों व लाठियों से जमकर हमला हुआ। बीएसएफ ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हवा में फायरिंग की। उधर, बीएसएफ सूत्रों के मुताबिक, मालदा में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास भीड़ को इकट्ठा होते देख संदेह पैदा हुआ।

इसलिए ड्यूटी पर तैनात दो सिपाही भीड़ की ओर चल पड़े। तभी घने कोहरे के कारण उन पर हमला हुआ। बदमाशों ने सैनिकों की बंदूकें छीनने की भी कोशिश की। लेकिन वह उन दो सैनिकों से आगे नहीं बढ़ सका। इसलिए उनका काम पूरा नहीं हुआ। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए दो सैनिकों ने हवा में गोलियां चलाईं। गोलियों के डर से बांग्लादेशी घुसपैठियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर कंटीली तारें पार कर लीं।

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