बंगलादेश के हिन्दुओं को प्रताड़ित करने की शिकायत पर नाराजगी
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वहां कट्टरपंथी सक्रिय हो उठे हैं
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वहां गया था तो माहौल ठीक था
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यह शासकों की नीति की विफलता
मथुराः उत्तर प्रदेश में गोवर्धन पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य अधोक्षजानन्द देव तीर्थ ने बंगलादेश के शासकों से कट्टरपंथियों द्वारा योजनाबद्ध तरीके से हिन्दू संगठनों को षड़यंत्रपूर्वक सताने और प्रताड़ित करनेवालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
आदि शंकराचार्य आश्रम में मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से बंगलादेश में हिन्दुओं और हिन्दू संगठनों को कट्टरपंथियों द्वारा सताया जा रहा है तथा उनसे नौकरी से त्यागपत्र देने के लिए दबाव डाला जा रहा है और उन्हें देशद्रोह के झूठे मुकदमों में फंसाया जा रहा है वह न तो मानवीय दृष्टि से सही है और न ही इस प्रकार का वातावरण किसी शासक के लिए उचित है।
शंकराचार्य ने कहा कि वे कुछ माह पूर्व बंगलादेश में शक्तिपीठ का पूजन करने तथा ताड़का, चटगांव रंकेश्वरी समेत अन्य दस धार्मिक स्थलों में गए थे तो उन्हें वहां का माहौल बहुत ही अच्छा मिला था। जिस प्रकार से वहां पर दोनो समुदाय के लोग मिलजुलकर रह रहे थे और दोनों ने ही उनका स्वागत किया था उससे उन्हें सुखद अनुभूति हुई थी।
उनका कहना था कि उनका मानना है कि आज भी वहां का बहुसंख्यक कट्टरपंथियों के आचरण से खुश नही है। उन्होंने बंगलादेश के शासकों से अपेक्षा की है कि वे कट्टरपंथियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे और वहां रह रहे हिन्दुओं को कट्टरपंथियों के दुर्व्यवहार से मुक्त कराकर विश्व के सामने इस बात का उदाहरण पेश करेंगे कि उनके देश में रहनेवाला हर नागरिक सुरक्षित है ।
शंकराचार्य राष्ट्र के कल्याण के लिए झारखंड में शक्तिपीठ का पूजन करके रविवार को ही आदि शंकराचार्य आश्रम गोवर्धन में आये हैं। वे पिछले कई साल से देशवासियों में भावात्मक एकता पैदा करने के लिए द्वादश ज्योर्तिलिंगों में पूजन करने के बाद शक्तिपीठों एवं धार्मिक स्थलों का पूजन कर उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम की यात्रा उसी प्रकार कर रहे हैं जिस प्रकार आदि शंकराचार्य ने देश को एकता के सूत्र में पिरोने के लिए यात्रा की थी।