सिताई में पुलिस ने लोगों को समझाबूझाकर घर भेजा
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तनाव की वजह अब तक स्पष्ट नहीं
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भाजपा अपने सांसद के खिलाफ खड़ी
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पहले गालियां दी फिर हाथ उठा दिया
राष्ट्रीय खबर
कूचबिहारः भाजपा के राज्यसभा सांसद अनंत महाराज पर उत्तर बंगाल के सिताई में रामकृष्ण विवेकानंद सेवाश्रम के एक साधु के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट करने का आरोप लगा है। इस घटना से इलाके में तनाव फैल गया। मालूम हो कि प्रताड़ित साधु का नाम विज्ञादानंद तीर्थनाथ महाराज है। कल दोपहर की इस घटना की घोषणा शाम तक हुई।
इसके बाद स्थानीय लोगों ने अनंत महाराज के खिलाफ सड़क जाम कर दिया। बाद में पुलिस ने आकर प्रदर्शनकारियों को समझाया और स्थिति को नियंत्रित किया। लेकिन रात तक अनंत महाराज के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस बीच सांसद के इस व्यवहार का उनकी पार्टी भाजपा किसी भी तरह से समर्थन नहीं कर रही है।
इस पर जिलाध्यक्ष सुकुमार राय ने पार्टी की स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा, समूह उत्पीड़ित साधु के पक्ष में है। सिताई में रामकृष्ण विवेकानन्द सेवाश्रम में वास्तव में क्या हुआ था? अनंत महाराज ने साधु को क्यों पीटा? दावा है कि अनंत महाराज रविवार शाम करीब 4:30 बजे आश्रम में गए थे। उस वक्त इलाके के दो निवासी उसके साथ थे।
उस समय आश्रम में विज्ञानानंद तीर्थनाथ महाराज थे। साधु से बात करते समय अनंत की असहमति हो गई। ऐसे में अनंत ने साधु को गाली देना शुरू कर दिया। इसके बाद अनंत महाराज ने गुस्से में साधु पर हाथ उठा दिया। वहीं घटना का खुलासा होते ही ग्रामीण सड़कों पर उतर आये। राज्य राजमार्ग को जाम कर दिया गया। ग्रामीणों ने शाश्वत सजा की मांग की। आश्रम के छात्रों और अन्य निवासियों ने भी यही मांग उठाई।
ऐसे में गांववालों का कहना है कि अनंत यहां बाहरी व्यक्ति हैं। स्थानीय लोग विज्ञानानंद महाराज की प्रशंसा करते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि कोई सांसद आश्रम में घुसकर साधु को क्यों परेशान करेगा? ऐसे में आम लोगों की मांग थी कि अनंत को आश्रम लौटकर साधु के पैर पकड़कर माफी मांगनी चाहिए।
इस बीच, कूचबिहार के तृणमूल सांसद जगदीश चंद्र वर्मा बसुनिया ने इस घटना पर खुलकर बात की है। उन्होंने कहा, इस घटना को कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता। यह बहुत दुखद घटना है। अनंत महाराज एक पाखंडी हैं और उन्हें कोई सार्वजनिक समर्थन नहीं है। इस बीच भाजपा इस घटना में जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ना चाहती है।
भाजपा जिला अध्यक्ष सुकुमार राय ने इस घटना को अनंत का निजी मामला बताया। उनके साफ शब्द हैं, भाजपा किसी भी अन्याय का समर्थन नहीं करती। हम आश्रम के महाराज के साथ हैं। अनंत महाराज ने जो किया वह गलत है। हालांकि इस पूरे मामले पर अनंत ने अभी तक मीडिया के सामने अपना मुंह नहीं खोला है।