ईवीएम की तरफ आरोपों की उंगली उठायी
राष्ट्रीय खबर
नईदिल्लीः हरियाणा में हार के बाद कांग्रेस ने ईवीएम पर उंगली उठाई। इतना ही नहीं, कांग्रेस ने दावा किया कि हरियाणा में हाथ खेमा हारा नहीं है। वे खो गए हैं। मंगलवार दोपहर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, हर किसी को उम्मीद थी कि हरियाणा में कांग्रेस आसानी से जीत जाएगी। हरियाणा में कांग्रेस हारी नहीं बल्कि साजिश के तहत उसे जबरन हराया गया है।
अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी इसी तरह के आरोप लगाए। पवन खेड़ा पर बैटरी साजिश का आरोप। उन्होंने कहा, हरियाणा में चुनाव है। नतीजा बिल्कुल अप्रत्याशित था। हम तो यहां तक कहेंगे कि यह नतीजा पूरी तरह से अस्वीकार्य है। हमें लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि इतना कहकर निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता)।
जिस कमरे में मैं और जयराम रमेश बैठे थे, वहां से लगातार शिकायतें आ रही थीं। और जिस मशीन में बैटरी 99 प्रतिशत थी, नतीजा ये आया कि हम हार गए। हम उस मशीन पर जीत रहे थे जहां कुछ भी नहीं होता था, जिस मशीन में 60-70 फीसदी बैटरी थी। हमारे उम्मीदवार जीत रहे थे। यह सामान्य होना चाहिए।
उनकी दलील थी कि चुनाव में इस्तेमाल की गयी मशीनों का बैटरी चार्ज एक जैसा ही होना चाहिए। लेकिन यह पाया गया कि जिन ईवीएम से कांग्रेस के पक्ष में वोट निकले, उनकी बैटरी 60 से सत्तर फीसद थी तो जिन मशीनों से भाजपा के पक्ष में वोट निकले, उनकी बैटरी लगभग फूल थी। ऐसा सामान्य तौर पर नहीं हो सकता है।
कांग्रेस ने मंगलवार दोपहर को शिकायत की कि चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जानकारी देर से अपडेट की जा रही है। हालांकि आयोग ने शिकायत खारिज कर दी है। आयोग ने कड़े शब्दों में कहा है कि इस गैरजिम्मेदाराना और बेबुनियाद आरोप को खारिज किया जा रहा है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव का नतीजा क्या है।
चुनाव आयोग के मुताबिक, बीजेपी ने हरियाणा में 48 सीटों पर जीत हासिल की है। यानी एकल बहुमत प्राप्त हो गया है। कांग्रेस ने 36 सीटें जीतीं। एक सीट आगे। इंडियन नेशनल लोकदल के खाते में दो सीटें गईं। अन्य ने तीन सीटें जीतीं।