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भारत-मालदीव करेंगे मुक्त व्यापार समझौता

भारतीय प्रधानमंत्री से मिले मालदीप के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू

  • स्थानीय मुद्राओं में भी होगा कारोबार

  • हमारी सोच पड़ोसी सबसे पहले हैः मोदी

  • समुद्री सुरक्षा में भी साथ काम करेंगे दोनों

राष्ट्रीय खबर

 

नयी दिल्लीः भारत और मालदीव ने अपने द्विपक्षीय सहयोग को समग्र आर्थिक एवं समुद्री सुरक्षा साझीदारी के रूप में आगे बढ़ाने की घोषणा करने के साथ ही मुक्त व्यापार समझौता करने और स्थानीय मुद्राओं में कारोबार करने का फैसला किया है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के बीच सोमवार को यहां हैदराबाद हाउस में हुई द्विपक्षीय शिखर बैठक में ये निर्णय लिए गए। दोनों नेताओं ने भारतीय सहयोग से निर्मित हानीमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नये रनवे और 700 से अधिक आवास का उद्घाटन किया तथा मालदीव में रूपे कार्ड का शुभारंभ किया।

इस मौके पर दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग के पांच समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करके आदान-प्रदान किया गया जो रक्षा, भ्रष्टाचार निरोधक कार्यवाही, विधि क्षेत्र में क्षमता विस्तार तथा खेल एवं युवा मामलों के क्षेत्र को लेकर हैं।

इस मौके पर श्री मोदी ने अपने वक्तव्य में कहा कि भारत और मालदीव के संबंध सदियों पुराने हैं। भारत, मालदीव का सबसे करीबी पड़ोसी और घनिष्ठ मित्र देश है। हमारी पड़ोसी प्रथम की नीति और सागर विजन में मालदीव का महत्वपूर्ण स्थान है।

उन्होंने कहा कि भारत ने सदैव मालदीव के लिए सबसे पहले मददगार की भूमिका निभाई है। चाहे मालदीव के लोगों के लिए आवश्यक वस्तुओं की जरूरत पूरी करनी हो, प्राकृतिक आपदा के समय पीने का पानी उपलब्ध कराना हो या कोविड महामारी के समय वैक्सीन देने की बात हो।

भारत ने हमेशा अपने पड़ोसी होने के दायित्व को निभाया है।   श्री मोदी ने कहा, आज, हमने आपसी सहयोग को रणनीतिक दिशा देने के लिए, समग्र आर्थिक एवं समुद्री सुरक्षा साझीदारी विज़न अपनाया है।

विकास साझीदारी हमारे संबंधों का अहम स्तंभ है। हमने, इसमें हमेशा मालदीव के लोगों की प्राथमिकताओं को प्रमुखता दी है। इस वर्ष भारतीय स्टेट बैंक ने मालदीव के 10 करोड़ डॉलर के ट्रेज़री बिल्स का रोल ओवर किया है।

आज, मालदीव की आवश्यकता अनुसार, 40 करोड़ डॉलर और तीन हजार करोड़ रुपए का मुद्रा विनिमय समझौता भी संपन्न हुआ है। हमने मालदीव में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए व्यापक सहयोग पर बात की है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पुनर्विकसित हनीमाधु हवाईअड्डे का उद्दघाटन किया गया है। अब, ग्रेटर माले कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट में भी तेजी लाई जाएगी। थिलाफुशी में नए वाणिज्यिक बंदरगाह के विकास में भी सहयोग दिया जायेगा।

उन्होंने कहा कि आज, भारत के सहयोग से बनाये गए 700 से अधिक आवासों का लोकार्पण किया गया है। मालदीव के 28 द्वीपों पर पानी और सीवरेज प्रोजेक्ट पूरे किये गए हैं। छह अन्य द्वीपों पर भी शीघ्र काम पूरा किया जायेगा।

ये परियोजनाएं तीस हजार लोगों को साफ पानी की सप्लाई सुनिश्चित करेंगी। हादालू में कृषि आर्थिक जोन,और, हा आलिफू में मछली प्रोसेसिंग केंद्र स्थापित करने में भी सहयोग दिया जायेगा। ओशिनो-ग्राफी और ब्ल्यू इकॉनोमी में भी हम साथ मिल कर काम करेंगे।

श्री मोदी ने कहा कि आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए, हमने मुक्त व्यापार समझौते पर चर्चा शुरू करने का निर्णय लिया। स्थानीय मुद्राओं में व्यापार पर भी काम किया जायेगा। हमने डिजिटल कनेक्टिविटी पर भी फोकस किया है।

उन्होंने कहा कि कुछ देर पहले, मालदीव में रूपे कार्ड का शुभारंभ किया गया है। आने वाले समय में, भारत और मालदीव को यूपीआई से भी जोड़ने के लिए काम किया जायेगा।

उन्होंने कहा कि अड्डू में नया भारतीय वाणिज्य दूतावास और बेंगलुरु में मालदीव का नया वाणिज्य दूतावास खोलने पर भी हमने बात की है। इन सभी पहलों से, हमारे लोगों के बीच संबंधों को बल मिलेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने रक्षा और सुरक्षा सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। एकता हार्बर प्रोजेक्ट में काम तेजी से चल रहा है। हम मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बलों की ट्रेनिंग और क्षमता निर्माण में अपना सहयोग जारी रखेंगे।

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