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राहुल गांधी के बयान पर तूफान उठाती भाजपा

राहुल गांधी ने अपने अमेरिका दौरे में वर्तमान भारतीय व्यवस्था पर कड़ी टिप्पणी कर मोदी सरकार को नाराज कर लिया था। कई केंद्रीय मंत्री पहले ही यह आरोप लगा चुके थे कि वह सिर्फ देश को बदनाम करने के लिए विदेश जाते हैं।

अब केंद्रीय गृह मंत्री मैदान में उतरे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अमित शाह ने बुधवार को आरक्षण पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि इसने एक बार फिर कांग्रेस के आरक्षण विरोधी चेहरे को सामने ला दिया है।

गृह मंत्री ने श्री गांधी को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि जब तक भाजपा है, तब तक न तो कोई आरक्षण खत्म कर सकता है और न ही कोई देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर सकता है।

श्री शाह की यह टिप्पणी वरिष्ठ कांग्रेस नेता द्वारा अमेरिका के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय के छात्रों से कहा गया कि कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी जब भारत एक निष्पक्ष जगह होगी, जिसके बारे में उन्होंने कहा कि अभी ऐसा नहीं है।

एक्स पर एक पोस्ट में श्री शाह ने कहा, देश को बांटने की साजिश करने वाली ताकतों के साथ खड़े होना और देश विरोधी बयान देना राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की आदत बन गई है। उन्होंने कहा कि चाहे वह जम्मू-कश्मीर में जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के देश विरोधी और आरक्षण विरोधी एजेंडे का समर्थन करना हो या विदेशी मंचों पर भारत विरोधी बयान देना हो, राहुल गांधी ने हमेशा देश की सुरक्षा को खतरे में डाला है और भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।

श्री शाह ने लिखा, राहुल गांधी का बयान क्षेत्रवाद, धर्म और भाषाई मतभेदों के आधार पर दरार पैदा करने की कांग्रेस की राजनीति को उजागर करता है।

देश में आरक्षण खत्म करने की बात कहकर राहुल गांधी ने एक बार फिर कांग्रेस के आरक्षण विरोधी चेहरे को सामने ला दिया है।गृह मंत्री ने कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता के मन में जो विचार थे, वे आखिरकार शब्दों के रूप में सामने आ ही गए।

उन्होंने कहा, मैं राहुल गांधी से कहना चाहता हूं कि जब तक भाजपा है, तब तक न तो कोई आरक्षण खत्म कर सकता है और न ही कोई देश की सुरक्षा से खिलवाड़ कर सकता है।

भाजपा आईटी प्रमुख अमित मालवीय ने गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अमेरिका में की गई हालिया टिप्पणियों और चंडीगढ़ में हुए हालिया विस्फोट के बीच संबंध होने का आरोप लगाया।
एक्स पर एक पोस्ट में मालवीय ने गांधी पर भारत में सिखों की स्थिति के बारे में पूरी तरह से झूठे और भ्रामक दावे करने का आरोप लगाया, जिसमें कहा गया कि गांधी के बयान आंतरिक अशांति को भड़का सकते हैं। उन्होंने संकेत दिया कि गांधी की टिप्पणियों ने चंडीगढ़ में विस्फोट को ट्रिगर किया हो सकता है। मालवीय ने कहा, राहुल गांधी ने अमेरिका में एक पूरी तरह से झूठा और भ्रामक बयान दिया, जिसमें कहा गया कि भारत में सिखों को स्वतंत्रता और समान अधिकार नहीं हैं। उन्होंने कहा, कल चंडीगढ़ में एक विस्फोट हुआ। अनुक्रम से पता चलता है कि उनकी अपमानजनक टिप्पणी के तुरंत बाद देश में आंतरिक अशांति शुरू हो जाती है। अब बिंदुओं को जोड़ें। मालवीय ने जिस घटना का उल्लेख किया, वह चंडीगढ़ में एक घर में कम तीव्रता वाला विस्फोट था। घर के मालिक ने बताया कि ऑटो-रिक्शा में सवार दो लोगों ने ग्रेनेड फेंका। सौभाग्य से, कोई हताहत नहीं हुआ, हालांकि खिड़कियों और बगीचे के गमलों को नुकसान पहुंचा है।
पुलिस मामले की जांच कर रही है, जिसमें पाकिस्तान स्थित खालिस्तान आतंकवादी हरविंदर सिंह संधू के शामिल होने का संदेह है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने भी समानांतर जांच शुरू की है। मालवीय की टिप्पणी अमेरिका में भारतीय अमेरिकियों को राहुल गांधी के संबोधन के बाद आई है, जहां गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर कुछ धर्मों, भाषाओं और समुदायों के खिलाफ भेदभाव करने का आरोप लगाया था।
अपने भाषण के दौरान, गांधी ने एक सिख उपस्थित व्यक्ति को संबोधित करते हुए पूछा, पगड़ी वाले भाई, तुम्हारा नाम क्या है, और फिर कहा, लड़ाई इस बात को लेकर है कि क्या एक सिख को भारत में पगड़ी पहनने की अनुमति दी जाएगी या भारत में कड़ा पहनने की। या वह, एक सिख के रूप में, गुरुद्वारे में जाने में सक्षम होगा।
यही लड़ाई है। और सिर्फ उसके लिए नहीं, सभी धर्मों के लिए। कुल मिलाकर बयान पर टिप्पणी सिर्फ एक मुखौटा है दरअसल नरेंद्र मोदी के अलावा विपक्ष के किसी नेता को विदेश में अधिक तरजीह मिले, यह भाजपा के वर्तमान नेतृत्व को नागवार गुजरता है। मोदी द्वारा डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव प्रचार की वजह से डेमोक्रेट्स मोदी से नाराज हैं, यह स्पष्ट है। लिहाजा खोयी जमीन वापस पाने के लिए राहुल की आलोचना समय की मांग है।

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