सऊदी अरब ने हज के मामले में कठोरता लागू किया
मक्काः सऊदी अरब में इस बार 300,000 अपंजीकृत हज यात्रियों को मक्का से लौटा दिया गया है। सऊदी अधिकारियों ने कहा कि निष्कासित किए गए तीर्थयात्रियों में से कोई भी पंजीकृत नहीं था। हज के उचित प्रबंधन के लिए उन्हें मक्का शहर से निष्कासित कर दिया गया है। सऊदी अरब की सरकारी समाचार एजेंसी सऊदी प्रेस एजेंसी (एसपीए) ने कहा कि मक्का से निकाले गए तीन लाख लोगों में से एक सौ पचास स्थानीय लोग हैं। -तीन हजार निन्यानवे विदेशी।
वे हज वीजा के बजाय पर्यटक वीजा पर सऊदी आए थे। सरकारी मीडिया एसपीए ने बताया कि हज वीजा नहीं लाने के कारण उन्हें मक्का से बाहर निकाल दिया गया। सरकार ने इस बार काफी पहले से ही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कठोर नियमों का कड़ाई से पालन करने की पूर्व चेतावनी दे दी थी। इस बारे में सऊदी अरब ने कुछ देशों की सरकारों को भी हज के लिए आने वाले लोगों की गंभीरता से जांच कर लेने का हिदायत दी थी। दरअसल यहां भिखमंगों के एकत्रित होने की वजह से सरकार को ऐसा कठोर कदम उठाना पड़ा था।
दरअसल यह पाया गया था कि हज के नाम पर बिना वैध दस्तावेजों के आने वाले हजारों लोग बाद में इसी देश में ठहर जाते हैं। दूसरी तरफ हज के नाम पर भिखारियों और जेब कतरों की भी भीड़ बढ़ जाती है।
इसलिए किसी अप्रिय घटना के घटित होने पर सरकार को अतिरिक्त परेशानी उठानी पड़ती थी। इसलिए इस बार पहले से ही हज के लिए दुनिया भर से आने वालों के लिए नियमों की हिदायत साफ साफ जारी कर दी गयी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक इसके अलावा अन्य 1 लाख 71 हजार 587 लोगों को भी मक्का से बाहर निकाला गया. हालाँकि वे सऊदी अरब के निवासी हैं, लेकिन वे मक्का के निवासी नहीं हैं। उन्हें हज करने की भी इजाजत नहीं है. यह पवित्र हज शुक्रवार, 14 जून से शुरू होगा।