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हेलीकॉप्टर से आग बूझाने की कवायद

नैनीताल के दावानल की स्थिति काफी बिगड़ गयी

राष्ट्रीय खबर

देहरादूनः उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड के नैनीताल जिले में जंगल की भीषण आग को बुझाने के लिए शनिवार को भारतीय वायुसेना के एक हेलीकॉप्टर को सेवा में लगाया गया। शुक्रवार को आग की लपटें पाइंस क्षेत्र में हाईकोर्ट कॉलोनी तक पहुंच गईं।

एक एमआई-17 हेलीकॉप्ट ने भीमताल झील से बांबी बाल्टी में पानी एकत्र किया और इसे पाइंस, भूमियाधार, ज्योलिकोट, नारायण के जलते जंगलों पर डाला। अधिकारियों ने कहा कि जिले के नगर, भवाली, रामगढ़ और मुक्तेश्वर क्षेत्र इस आग से प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आग पर काबू पाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं और यह जल्द ही हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘वायुसेना के एक हेलीकॉप्टर ने पहले ही आग बूझाना शुरू कर दिया है।

धामी ने कहा कि वह स्थिति की समीक्षा के लिए दिन में बाद में हलद्वानी में वन अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। रुद्रप्रयाग में शुक्रवार को जंगलों में आग लगाने की कोशिश करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया।

अधिकारियों के मुताबिक, शुक्रवार को राज्य के विभिन्न हिस्सों से जंगल में आग लगने की 31 ताजा घटनाएं सामने आईं, जिससे 33.34 हेक्टेयर वन भूमि नष्ट हो गई। नैनीताल के पास जंगल में लगी आग ने शुक्रवार को भीषण रूप ले लिया, जिससे हाईकोर्ट कॉलोनी के निवासियों के लिए खतरा पैदा हो गया है। इससे क्षेत्र में यातायात की आवाजाही भी प्रभावित हुई है। वन विभाग के कर्मचारियों के अलावा सेना के जवान आग पर काबू पाने की कोशिशों में जुटे हुए हैं।

पाइंस क्षेत्र के निवासी और उत्तराखंड उच्च न्यायालय के सहायक रजिस्ट्रार अनिल जोशी ने कहा, शुक्रवार को आग ने पाइंस के पास स्थित एक पुराने और खाली घर को अपनी चपेट में ले लिया था। इससे उच्च न्यायालय कॉलोनी को कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन यह खतरनाक रूप से सामने आई।

जिला प्रशासन ने आग को देखते हुए नैनी झील में नौकायन पर प्रतिबंध लगा दिया है। नैनीताल के प्रभागीय वन अधिकारी चन्द्रशेखर जोशी ने कहा, हमने आग बुझाने के लिए मनोरा रेंज के 40 कर्मियों और दो वन रेंजरों को तैनात किया है। पिछले साल 1 नवंबर से अब तक उत्तराखंड में जंगल में आग लगने की कुल 575 घटनाएं सामने आई हैं, जिससे 689.89 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है और राज्य को 14 लाख रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।

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