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विपक्ष के लोग किसके पक्ष में बोल रहे हैं: मोदी

घोषणापत्रों पर तुलनात्मक बहस के बीच में चुनावी राजनीति


  • राहुल को फिर कहा कांग्रेस का शहजादा

  • कभी झटके से पूरी गरीबी दूर होती है क्या

  • संविधान पर खतरे की अफवाह फैला रहे है


पिपरिया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कांग्रेस और विपक्षी दलों के गठबंधन के घोषणा पत्र पर हमला बोलते हुए कहा कि गठबंधन की जैसी घातक सोच है, वैसा ही घातक घोषणा पत्र है और इतने खतरनाक वादे करते हुए विपक्ष के लोग आखिर किसकी भलाई करने की बात कर रहे हैं। श्री मोदी मध्यप्रदेश के नर्मदा किनारे बसे नर्मदापुरम के पिपरिया में भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी दर्शन सिंह चौधरी के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने सभा में उपस्थित यहां से सटे छिंदवाड़ा संसदीय सीट के पार्टी प्रत्याशी विवेक बंटी साहू के नाम का भी उल्लेख करते हुए उन्हें भारी मतों से जिताने की अपील की। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा समेत कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। दिल्ली में भाजपा का घोषणा पत्र जारी करने के फौरन बाद पिपरिया पहुंचे प्रधानमंत्री श्री मोदी ने विपक्षी दलों के गठबंधन को जम कर निशाने पर लिया।

उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन समझ ही नहीं पा रहे कि घोषणा पत्र एक जिम्मेदारी होती है, गठबंधन के लोग ऐसे-ऐसे वादे कर रहे हैं। देश किस दिशा में जाएगा, समझ ही नहीं पा रहे। उनके घोषणापत्र में एक से एक खतरनाक वादे हैं, एक साथी कह रहे हैं कि भारत से परमाणु हथियार खत्म कर देंगे। भला कोई देश ऐसा सोचेगा क्या। ये हथियार किसी भी देश की सुरक्षा के लिए होते हैं।

गठबंधन के लोग इस प्रकार की बात करके आखिर किसकी भलाई सोच रहे हैं। जैसी घातक उनकी सोच है, वैसा ही घातक घोषणा पत्र है। वहीं भाजपा का संकल्प पत्र मोदी की गारंटी के रूप में आपके सामने है।  उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि कांग्रेस के शहजादे ने एक झटके में देश की गरीबी हटाने की जो घोषणा की है अभी, उसे सुन कर सभी को बस हंसी ही आएगी।

देश पूछ रहा है कि आखिर ये शाही जादूगर इतने साल तक कहां छिपा था। 50 साल पहले उनकी दादी ने गरीबी हटाने की घोषणा की थी, 2014 से पहले 10 साल तक इन्होंने रिमोट से सरकार चलाई और अब एक झटके वाला मंत्र कहां से लाए हैं ये। ये गरीबों का मजाक है या नहीं, कभी झटके से गरीबी दूर होती है क्या। ऐसे दावे करते हैं और इसी कारण हंसी का पात्र बन जाते हैं, देश कभी इन्हें गंभीरता से नहीं लेता।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस का शाही परिवार धमकी दे रहा है कि मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बना तो देश में आग लग जाएगी। कांग्रेस के लोग 2014 और 2019 में भी यही बोलते थे, राममंदिर और धारा 370 पर भी यही बोलते थे, कभी आग लगी क्या। कांग्रेस का काम देश को डराना और भ्रम फैलाना है। आग देश में नहीं, उनके दिलों में लगी है।

10 साल से सत्ता से बाहर हैं, ऐसे छटपटा रहे हैं, जैसे उनकी भावी पीढ़ियों का सब कुछ लुट गया हो। जो पार्टी खुद को मजबूत नहीं बना सकती, वो देश को क्या मजबूत बनाएगी। संविधाननिर्माता डॉ भीम राव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर यहां आए प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने कभी डॉ अंबेडकर को सम्मान नहीं दिया। कांग्रेस जैसी पार्टियोंं ने सदा डॉ अंबेडकर को अपमानित किया है।

कांग्रेस ने जिस समाज को हमेशा वंचित रखा गया, आज उस समाज की बेटी देश की पहली नागरिक है। भाजपा ने अंबेडकर को विचार तक सीमित नहीं रखा, आधुनिक भारत में उनके योगदान को नई पहचान दी। देश के डिजिटल पेमेंट के ऐप का नाम भी भीम यूपीआई है।  संविधान के संदर्भ में प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद कई दशक तक कांग्रेस के एक ही परिवार ने सीधे या रिमोट कंट्रोल से सरकार चलाई।

इसी परिवार ने आपातकाल लगाया। कांग्रेस ने लोकतांत्रिक सरकारों को मनमर्जी से गिराया। अपने हिसाब से इतिहास तोड़ा मरोड़ा। खुद का महिमामंडन करवाया। कांग्रेस की माने तो लोकतंत्र बिल्कुल ठीक चल रहा था, पर जैसे ही गरीब का बेटा प्रधानमंत्री बना, तो पार्टी अफवाह फैलाने लगी कि अब संविधान पर खतरा हो जाएगा।

भाजपा के संकल्प पत्र को माफीनामा कहा जाना चाहिए: कांग्रेस

नयी दिल्ली: कांग्रेस ने रविवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी के संकल्प पत्र को माफीनामा कहा जाना चाहिए क्योंकि वह पिछले 10 वर्षों के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा किए गए एक भी मुद्दे को पूरा करने में विफल रही है।

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा, सुप्रिया श्रीनेत और अमिताभ दुबे ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए इस आशय की बात कही।  कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने कहा,इस संकल्प पत्र को माफीनामा कहा जाना चाहिए।

प्रधानमंत्री को 10 साल के शासन के दौरान घोषणापत्र में किये अपना वादा पूरा नहीं करने के लिए देश के दलितों, किसानों, युवाओं और आदिवासियों से माफी मांगनी चाहिए।

श्री खेड़ा ने आरोप लगाया,श्री मोदी ने टास्क फोर्स बनाकर काला धन वापस लाने का वादा किया था, लेकिन उसकी जगह चुनावी बांड आ गए। उन्होंने पूर्वोत्तर में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने का वादा किया था, लेकिन मणिपुर में हिंसा हुई, जो जारी है और पीएम इस पर चुप हैं और गरीबी बढ़ गई है। श्री खेड़ा ने कहा,प्रधानमंत्री का एक और जुमला 100 नए स्मार्ट शहर बनाने का था, लेकिन चीन सीमा पर स्मार्ट गांव बना रहा है। देश की जनता मोदी सरकार के इन झूठे वादों से तंग आ चुकी है।

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