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सत्ता पक्ष के विधायकों ने वीडियो जारी किया, देखें वीडियो

सरकार गठन में देर पर राजभवन पर सवाल उठे


  • भाजपा को गुलाटी कुमारों का इंतजार

  • अब तक महागठबंधन एकजुट दिख रहा

  • अब तक चंपई सोरेन को नहीं मिला बुलावा


राष्ट्रीय खबर

रांचीः हेमंत सोरेन को ईडी द्वारा गिरफ्तार किये जाने के बाद अब राज्यपाल के फैसलों पर जनता की नजरें टिकी हैं। दूसरी तरफ भाजपा ने संभावित फूट की प्रतीक्षा में अपनी दावेदारी पेश करने की पूरी तैयारी कर रखी है। इसके बीच ही सत्ता पक्ष के विधायकों ने राज्यपाल के सामने परेड का आमंत्रण नहीं मिलने की वजह से नई चाल चल दी है। इन विधायकों ने एक साथ गोलाकार में खड़े होकर अपनी गिनती बताते हुए उसका वीडियो भी सार्वजनिक कर दिया है। इन विधायकों के बीच में नामित नेता चंपई सोरेन नजर आ रहे हैं।

देखें विधायकों के एकजुट होने का वीडियो

इस किस्म का परेड कभी भाजपा ने नईदिल्ली में भी किया था और अपने पक्ष में बहुमत होने का दावा किया था। अब इसी दांव को महागठबंधन के विधायकों ने आजमाया है। वैसे बता दें कि पूर्व में भाजपा द्वारा चली गयी चालों को आजमाने से भी भाजपा को परेशानी हुई है।

पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को विपक्ष का नेता घोषित करने में रघुवर दास की सरकार ने अपने विधानसभा अध्यक्ष को आगे कर दिया था। अब हेमंत सोरेन की सरकार में भी बाबूलाल मरांडी पर वही दांव खेला गया। फर्क सिर्फ इतना है कि तब श्री मरांडी झाविमो के नेता थे और अब वह भाजपा में वापस लौट चुके हैं। गाड़ी अटकने की वजह से अमर कुमार बाउरी को विपक्ष का नेता नामित किया गया।

अब ईडी द्वारा हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किये जाने के पहले से ही महागठबंधन ने अपनी तैयारी कर ली थी। इस बीच कई खानों से महागठबंधन में फूट होने तथा कई विधायकों के भाग निकलने का अंदेशा भी जताया गया था। मीडिया के एक वर्ग द्वारा हेमंत सोरेन के परिवार में भी मतभेद होने की बात कही गयी थी। अब विधायकों की परेड की वजह से यह स्थितियां भी स्पष्ट हो गयी।

अब राज्यपाल इस बारे में फैसले लेने में क्यों विलंब कर रहे हैं, यह भी स्पष्ट होता जा रहा है। पड़ोसी राज्य बिहार में चूंकि सरकार भाजपा के सहयोग से बन रही थी इसलिए वहां पांच घंटे में नई सरकार के मुखिया के तौर पर नीतीश कुमार को शपथ दिलायी गयी। यहां पर राजभवन सारे विधायकों से मिलने तक के लिए तैयार नहीं है। इससे साफ है कि भाजपा को अब भी नीतीश कुमार की तरह यहां भी कुछ लोगों के गुलाटी मारने की प्रतीक्षा है पर अभी यह काम पूरा होता हुआ नजर नहीं आ रहा है।

 

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