इस्लामाबादः पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-जब्बार के संस्थापक की पाकिस्तानी धरती पर अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। मृत उग्रवादी नेता का नाम दाऊद मलिक है। घटना पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान की है। मालूम हो कि दाऊद मलिक की पिछले शुक्रवार को एक निजी क्लिनिक में हत्या कर दी गई थी।
पिछले कुछ दिनों में पाकिस्तान में अज्ञात बंदूकधारियों ने कई आतंकवादी नेताओं की हत्या कर दी है। उस सूची में नवीनतम जुड़ाव लश्कर-ए-जब्बार के संस्थापक दाऊद मलिक का है। घटना पिछले शुक्रवार को पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान के मिराली इलाके में हुई। स्थानीय पुलिस ने बताया कि घटना में कोई और घायल नहीं हुआ है।
जांचकर्ताओं ने दावा किया कि हमले की योजना दाऊद मलिक को मारने के लिए बनाई गई थी। बता दें कि ये दाऊद मलिक पाकिस्तानी आतंकी मसूद अज़हर का करीबी माना जाता है। इस बीच, पाकिस्तानी मीडिया की नजर में मारा गया दाऊद एक आदिवासी नेता है। हालांकि इस दाऊद मलिक का नाम हाल के दिनों में कई भारत विरोधी गतिविधियों और आतंकवाद से जोड़ा गया है।
इस बीच, दाऊद मलिक को मारने वाला कोई भी अपराधी पकड़ा नहीं गया है। उग्रवादी नेता को मारने के बाद वे वहां से भाग निकले। पिछले 19 महीनों में पाकिस्तानी धरती पर 17 भारत विरोधी आतंकवादियों की जान चली गई। प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि जो लोग दाऊद मलिक को मारने आए थे, उनके चेहरे नकाब से ढके हुए थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दाऊद मलिक शुक्रवार को एक क्लिनिक में गए थे। वहां हमलावर ने उसे गोली मार दी। मसूद के करीबी इस आतंकी नेता की मौके पर ही मौत हो गई। इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान में आतंकवादी मुफ्ती कैसर फारूक की हत्या कर दी गई थी। वह 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के मुख्य नेताओं में से एक हाफिज सईद का करीबी माना जाता था।
फारूक की हत्या का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मदरसे में बाइक पर आए बंदूकधारियों ने फारूक की हत्या कर दी थी। इस बीच, 11 अक्टूबर को पाकिस्तान के सियालकोट में अज्ञात हमलावरों ने आतंकवादी नेता शाहिद लतीफ की गोली मारकर हत्या कर दी। लतीफ पर 2016 में पठानकोट में भारतीय वायुसेना अड्डे पर हमले की योजना बनाने का आरोप था। लतीफ़ एनआईए की मोस्ट वांटेड सूची में था। लेकिन वह पाकिस्तान में आराम से दिन गुजार रहे थे। इससे पहले 12 सितंबर को कराची में लश्कर आतंकी नेता मौलाना जियाउर रहमान की हत्या कर दी गई थी।