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कन्याकुमारी के पंद्रह फुट लंबा किंग कोबरा को बचाया

  • फुफकारने की आवाज से लोगों ने देखा

  • वीडियो बनाने वालों की भारी भीड़ लगी

  • जांच के बाद जंगल में छोड़ दिया गया

राष्ट्रीय खबर

चेन्नईः तमिलनाडू के कन्याकुमारी जिला में एक 15 फुट लंबे किंग कोबरा को बचाया गया है। वन कर्मियों ने 20 अक्टूबर को कन्नियाकुमारी जिले में पुथथेन बांध के पास एक आवासीय कॉलोनी से 15 फुट लंबे किंग कोबरा को बचाया।

उस बांध के पास पोनमनई में रहने वाले लोगों से यह जानकारी मिलने के बाद कि एक किंग कोबरा उनकी कॉलोनी के पास घूम रहा है, जिला वन अधिकारी इलैयाराजा ने भारत के सबसे जहरीले सांप को बचाने के लिए एक टीम को मौके पर भेजा।

किंग कोबरा को वन कर्मियों और अवैध शिकार विरोधी निगरानीकर्ताओं द्वारा बचाया गया था। इसे दर्शनीय कालीकेसम के निकट घने जंगल में छोड़ दिया गया। दरअसल कन्याकुमारी जिले के निथ्राविला इलाके में एक शख्स को एक अंधेरी जगह से अजीब आवाज सुनाई दी।

तुरंत उस स्थान पर टॉर्च की रोशनी डालने पर पता चला कि एक किंग कोबरा सांप छिपा हुआ है। यह देखकर हैरान व्यक्ति ने कोल्लानगोडे अग्निशमन विभाग को इसकी सूचना दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे दमकलकर्मियों ने सांप पकड़ने वाले उपकरणों के साथ सांप को पकड़ने की कोशिश शुरू कर दी। खबर पाकर अनेक उत्साही लोग इस बड़े सांप का वीडियो बनाने में भी जुट गये।

सांप ने वीडियो बनाने वालों और उसे पकड़ने आए लोगों को डराकर अपना बचाव करने की कोशिश की। इसके बाद कर्मियों ने चतुराई से काम लिया और सांप को सुरक्षित पकड़कर बोरे में भरकर ले गए।

इससे पहले तमिलनाडु में कोयंबटूर के पास एक गांव से वन अधिकारियों ने आज 15 फीट लंबे किंग कोबरा को बचाया गया था। सांप को कोयंबटूर शहर के उपनगर थोंडामुथुर के नरसीपुरम गांव में देखा गया था। यह गांव पश्चिमी घाट पर्वत श्रृंखला में वेल्लियांगिरी पर्वत की तलहटी में स्थित है।

सांप को बाद में सिरुवानी वन क्षेत्र में ले जाया गया और अधिकारियों द्वारा जंगल में छोड़ दिया गया। हाल ही में, सबसे जहरीले सांपों में से एक रसेल वाइपर को कोयंबटूर के पास एक गांव के एक घर में देखा गया था। गांव के एक निवासी ने अपने बाथरूम में सांप को देखा और सांप पकड़ने वाले से मदद मांगी। कुछ ही मिनटों में उन्हें एहसास हुआ कि सांप अपने बच्चों को जन्म दे रहा है।

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