इस्लामाबादः बलूचिस्तान रविवार को भयानक विस्फोट से दहल गया। रिपोर्ट के मुताबिक, बलूचिस्तान के गदर इलाके में चीनी इंजीनियरों के एक काफिले पर हमला किया गया। पता चला है कि उस काफिले में आईईडी विस्फोट किया गया है। घटना के वक्त काफिले में 23 इंजीनियर थे। पता चला है कि काफिला एक पुलिस स्टेशन से गुजरने के बाद विस्फोट हुआ।
मालूम हो कि यह हमला बलूचिस्तान के गदर पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर हुआ है। इस घटना को लेकर हाल ही में ग्लोबल टाइम्स के ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट किया गया था। देखा गया कि काफिले की गाड़ी पर हमला इतना जोरदार था कि गाड़ी का शीशा टूट गया। कई कारों में टूटे शीशे देखे जा सकते हैं।
पिछले हफ्ते बलूचिस्तान के पंजगुर इलाके में एक विस्फोट में यूनियन काउंसिल के चेयरमैन की मौत हो गई थी। उस दिन हुए बारूदी सुरंग विस्फोट में कुल 7 लोगों की मौत हो गई थी। उनमें से एक यूनियन काउंसिल का अध्यक्ष था। यूनियन काउंसिल के चेयरमैन इश्ताक याकूब उस दिन अपनी कार से निकले थे।
पंजगुर के डिप्टी कमिश्नर के मुताबिक, हमलावरों ने उस दिन कार को निशाना बनाया और बारूदी सुरंग को एक सुनसान जगह पर छोड़ दिया। इस बीच पाकिस्तान में चुनाव नजदीक आ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर लगातार जगह-जगह आतंकी हमले हो रहे हैं। इस बीच, देश का प्रशासन पंजाब प्रांत में चीन के कई नागरिकों के आवास को घेरने और उन्हें सुरक्षा प्रदान करने के लिए दौड़ पड़ा।
पंजाब प्रांत में कई निजी कंपनियों में कई चीनी नागरिक काम करते हैं। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का प्रशासन अपनी सुरक्षा के लिए एक अलग सुरक्षा एजेंसी का सहारा ले रहा है। पाकिस्तानी प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि उन चीनी नागरिकों को ए श्रेणी की सुरक्षा मिले। पंजाब प्रांत में 4 सीपीईसी और 27 गैर-सीपीईसी परियोजनाओं में 7567 चीनी नागरिक काम कर रहे हैं। उनकी सुरक्षा के लिए वहां 3 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। वहां नी नागरिकों के 24 कैंप और 70 घर हैं।