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अविश्वास प्रस्ताव के बहाने बोलने पर मजबूर हुए मोदी

  • मणिपुर पर बहुत कम शब्दों में बात रखा

  • अगली सरकार में तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था

  • कुछ लोगों को नाम का मोह है पर काम नहीं

  • जिनके बारे में संदेह था वे सफलता के शीर्ष पर

राष्ट्रीय खबर

नईदिल्लीः कांग्रेस की खामियों और अपनी सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह दावा किया कि उनकी सरकार के तीसरे कार्यकाल में भारत, दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगी। कई राज्यों का उदाहरण देते हुए श्री मोदी ने कहा कि इस किस्म का अविश्वास प्रस्ताव उनके लिए शुभ होता है। दूसरी तरफ कई राज्यों में जनता ने कांग्रेस पर तीन दशक से अविश्वास व्यक्त कर रखा है। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि हाल ही में विपक्ष ने बेंगलुरु में यूपीए का अंतिम संस्कार किया है। अब उसी खंडहर पर नया प्लास्टर लगाया गया है। दशकों पुरानी खटारा गाड़ी पर नई पेंट लगाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि भेष बदलकर धोखा देने वालों की नीयत सामने आ ही जाती है।

मणिपुर की स्थिति पर उन्होंने बहुत कम बोला और कहा कि मणिपुर की स्थिति में भविष्य में सुधार होगा और वहां के लोगों को यह समझना चाहिए कि पूरा देश उनके साथ खड़ा है। वैसे सभी को उम्मीद थी कि जिस मुद्दे पर बोलने के लिए यह अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है, उस पर वह बहुत कम बोले।

उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा उन्हें नामों का मोह आज से नहीं है, बहुत पुराना उन्होंने जगह-जगह अपना नाम लटका रखा है लेकिन कुछ भी काम नहीं आया। अस्पताल में अपना नाम रखा लेकिन कोई इलाज नहीं है। खुद को जिंदा रखने के लिए विपक्ष ने एनडीए का सहारा लिया है. लेकिन अभिमान नहीं जा सका. इसलिए नाम के साथ दो आई जोड़ दिए। एक ‘आई’ 26 समूहों का गौरव है दूसरा ‘आई’ एक परिवार का गौरव है।

मेरा मानना ​​है कि जो लोग विपक्ष का बुरा चाहते हैं, उनका भला होता है। मैं इसका सबसे बड़ा सबूत हूं। पहला उदाहरण हमारा बैंकिंग क्षेत्र है। विपक्ष ने कहा कि बैंकिंग सेक्टर डूब जाएगा. लेकिन अब लग रहा है कि क्या हो रहा है। दूसरा, एचएएल से आगे-पीछे की बात की गई। कहा जाता है कि वह कंपनी डूब रही है। आज वह सफलता के शिखर पर पहुंच गई। पिछले तीन दिनों से डिक्शनरी में अपवित्रता आ गई है। उनका एक ही बयान है कि मोदी की कब्र खुदेगी।

मैं विरोधियों की इस बदनामी और गाली-गलौज का टॉनिक बनाता हूं। नीति आयोग की रिपोर्ट बताती है कि देश में गरीबों की संख्या में कमी आई है. स्वच्छ भारत के परिणामस्वरूप तीन लाख लोगों की जान बचाई गई है। कौन हैं वे,  वे मेरे गरीब भाई-बहन हैं। उनकी जान बच गयी। यूनिसेफ का कहना है कि स्वच्छ भारत की वजह से हर साल गरीबों को फायदा हो रहा है. आपको (विपक्ष) गरीबों की भूख की परवाह नहीं है. विपक्ष को अपनी राजनीतिक भूख, सत्ता की भूख की अधिक चिंता है।

देश के युवा को भविष्य की चिंता नहीं है. अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर चिंतित हैं. जब 2018 में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया, तो विपक्ष चुनाव के दौरान अपने पास मौजूद सांसदों की संख्या भी नहीं जुटा सका। जनता ने अपनी बात जनता तक पहुंचाने के लिए विपक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव जारी किया था। विपक्ष का प्रस्ताव हमारे लिए अच्छा है। आज मैंने देखा कि आपने तय कर लिया है कि 2024 में भाजपा और एनडीए गठबंधन सारे रिकॉर्ड तोड़कर सत्ता में आएगा।

लोकसभा में हाथापाई की नौबत आयी

सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस के नेता अधीररंजन चौधरी भाषण देते हुए कह कह गये कि हम समझ रहे थे कि नीरव मोदी देश से भाग गया और कैरेबियाई देशों में मजे कर रहा है। लेकिन अब समझ में आया है कि नीरव मोदी कहीं नहीं गया। वह देश में ही है और नरेन्द्र मोदी बनकर बैठा हुआ है।

इतना कहना था कि सत्तापक्ष में तेज शोर उठा और प्रधानमंत्री को छोड़ कर सभी मंत्री एवं राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सभी सांसद अपने स्थान से उठकर कांग्रेस नेता को ललकारने लगे। इसी बीच भाजपा के सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त अपने स्थान से उठ कर तेजी से श्री अधीररंजन चौधरी की ओर लपके और चुनौती देने लगे। इस पर विपक्ष के कई सांसद भी आगे बढ़े। उधर वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने श्री वीरेन्द्र सिंह मस्त को पकड़ा और उन्हें वापस ले आये। श्री अधीररंजन चौधरी भी एक बारगी सहम गये थे।

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