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कर्नाटक में पुत्र के बयान का खंडन किया पिता ने

  • बोम्मई के साथ नजर आये थे कुमारस्वामी

  • भाजपा के साथ तालमेल की बात कही थी

  • उसी बयान का ठीक उल्टा बयान आया

राष्ट्रीय खबर

बेंगलुरुः जनता दल एस में पुत्र और पिता के बयान में अंतर हो गया है। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने कहा कि उनकी पार्टी भाजपा के साथ कोई गठबंधन नहीं करेगी और लोकसभा का चुनाव अकेले लड़ेगी। उनके इस बयान से पहले उनके पुत्र और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने भाजपा के साथ समझौता करने की बात कही थी।

बेंगलुरु में गैर-भाजपा राजनीतिक दलों द्वारा इंडिया के निर्माण के बाद भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बासबराज बोम्मई के साथ कुमारस्वामी की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने अटकलों को हवा दे दी। लेकिन पिता देवेगौड़ा ने घोषणा की कि वह टीम को उसके ठीक विपरीत दिशा में ले जाएंगे, जो बेटे ने एक हफ्ते पहले कहा था।

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि जरूरत पड़ने पर जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) भाजपा के साथ गठबंधन कर कांग्रेस के खिलाफ लड़ेगी। लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस प्रमुख एचडी देवेगौड़ा ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भाजपा में शामिल होने या एनडीए में शामिल होने का कोई सवाल ही नहीं है, जेडीएस अकेले लड़ेगी।

मंगलवार को बेंगलुरु में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए देवेगौड़ा ने कहा, लोकसभा चुनाव जेडीएस अपने दम पर लड़ेगी।” हमें चाहे कितनी भी सीटें मिलें, किसी के साथ गठबंधन करने की जरूरत नहीं है। भाजपा विरोधी दलों द्वारा इसी बेंगलुरु में इंडिया का गठन करने के बाद देवेगौड़ा-पुत्र कुमारस्वामी ने भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बासबराज बोम्मई के साथ बेंगलुरु में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी।

इसके बाद कन्नड़ राजनीति में नई अटकलें लगने लगीं। इस बीच सोमवार को कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने आरोप लगाया कि भाजपा जेडीएस के साथ मिलकर कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश रच रही है। 2018 के चुनाव के बाद भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन दिया था।

हालाँकि, कुछ महीने बाद वह सरकार गिर गई। लेकिन इस बार कांग्रेस ने अपने दम पर सरकार बनाई। उन्हें न तो जद(एस) के समर्थन की जरूरत थी और न ही कांग्रेस ने इसकी मांग की थी। कई लोगों के अनुसार, कुमारस्वामी ने सत्ता के गलियारे में प्रवेश करने में असमर्थ शिवकुमारों, सिद्धारमैया के खिलाफ जमकर हमला बोला। पार्टी प्रमुख रहते हुए भी बाबा देवेगौड़ा ने साफ कर दिया है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ समझौते की कोई संभावना नहीं है।

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