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रूस ने इस अनाज निर्यात को बंद करने का एलान किया

मॉस्कोः क्रीमिया के एक ब्रिज पर हमले के बाद रूस के तेवर तल्ख हो गये हैं। यूक्रेन ने गैर अधिकृत तौर पर इस हमले की जिम्मेदारी ली है। इसके बाद रूस ने सोमवार को कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता वाले समझौते से बाहर निकल रहा है।

युद्ध शुरु होने के बाद  जिसने यूक्रेन से वैश्विक बाजार में अनाज निर्यात के सुरक्षित मार्ग की अनुमति दी थी। अमेरिका और उसके सहयोगियों ने इस फैसले की आलोचना करते हुए चेतावनी दी कि इस कदम से खाद्य असुरक्षा बिगड़ सकती है और कीमतें बढ़ सकती हैं।

यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने सोमवार को ट्वीट कर संयुक्त राष्ट्र और तुर्की के प्रयासों के बावजूद काला सागर अनाज समझौते से हटने के रूस के कदम की कड़ी निंदा की। यूनाइटेड किंगडम ने इस फैसले को अपने अवैध युद्ध के हिस्से के रूप में सबसे कमजोर लोगों को नुकसान पहुंचाने का ज़बरदस्त प्रयास कहा।

ब्रिटेन के विदेश कार्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि वे स्थिति पर नजर रख रहे हैं। प्रवक्ता ने कहा, बीएसजीआई को एकतरफा तरीके से खत्म करके, रूस ने भोजन को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया है और उन लोगों तक अनाज पहुंचने से रोक रहा है, जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है। डच विदेश मंत्री वोपके होकेस्ट्रा ने भी ट्विटर पर रूस के फैसले को पूरी तरह से अनैतिकबताया।

कई रिपोर्टों के अनुसार, रूस से जुड़े प्रायद्वीप को जोड़ने वाले प्रमुख क्रीमिया पुल पर सोमवार तड़के दो हमले हुए। एक सूत्र ने कहा, हमले के लिए यूक्रेन की सुरक्षा सेवा जिम्मेदार थी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। यूक्रेन के एक शीर्ष जनरल ने स्वीकार किया कि देश पूर्वी मोर्चे पर मुश्किल परिस्थितियों का सामना कर रहा है, रूसी सेनाएं बखमुत शहर के आसपास फिर से तैनात हो रही हैं। स्थानीय यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि दक्षिणी मोर्चे के पास, इस सप्ताह के अंत में ज़ापोरिज़िया और खेरसॉन क्षेत्रों में भारी रूसी हमलों में कई लोग घायल हो गए।

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