मक्काः सऊदी अरब में बिना इजाजत हज करने की कोशिश करने पर देश के प्रशासन ने इस साल 17 हजार लोगों को हिरासत में लिया है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है। सार्वजनिक सुरक्षा विभाग के निदेशक और हज सुरक्षा समिति के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अल-बासामी ने कहा कि कुल 17,615 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
इनमें आवास नीतियों और सीमा सुरक्षा कानूनों का उल्लंघन करने वाले 9 हजार 509 लोग हैं। हिरासत में लिए गए लोगों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए उन्हें सार्वजनिक अभियोजन के लिए भेजा गया है। इस अधिकारी ने यह भी कहा कि 2 लाख 2 हजार 609 लोगों को मक्का के प्रवेश द्वार से वापस भेज दिया गया जब उन्होंने बिना अनुमति के हज करने के लिए आने की कोशिश की।
परमिट की कमी के कारण 1 लाख 28 हजार 999 वाहनों को मक्का में प्रवेश करने से पहले ही लौटा दिया गया। इसके अलावा 33 अन्य लोगों को मक्का में अवैध प्रवेश में शामिल होने के आरोप में हिरासत में लिया गया है। इस संबंध में सऊदी अरब के सार्वजनिक सुरक्षा निदेशक और हज सुरक्षा समिति के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अल बसामी ने कहा कि अवैध रूप से हज करने आए 17,615 तीर्थयात्रियों को गिरफ्तार किया गया है।
खबर के मुताबिक, इनमें 9 हजार 509 लोगों को निवास कानून तोड़ने, सीमा सुरक्षा कानून का पालन नहीं करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा फर्जी हज कैंप चलाने के आरोप में 105 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद उन्हें कोर्ट भेज दिया गया।
लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अल बसामी ने यह भी कहा कि 200,000 से अधिक लोगों को मक्का सीमा से वापस भेजा गया है। क्योंकि उनके पास हज करने की कोई इजाज़त नहीं थी। इसके अलावा बिना लाइसेंस वाले 1 लाख 28 हजार 999 वाहनों को मक्का में प्रवेश की इजाजत नहीं दी गई। दूसरी ओर, सऊदी अधिकारियों ने हाजिदों को ले जा रहे 33 कार चालकों को गिरफ्तार किया है। क्योंकि इन ड्राइवरों के पास हज यात्रा की कोई अनुमति नहीं थी। बता दें कि इस साल हज के लिए हाजरी दर्ज की गई है। इस साल दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से 25 लाख से ज्यादा लोगों ने हज किया है।